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RIP राकेश झुनझुनवाला: क्रिप्टो करेंसी और स्टार्टअप में निवेश से क्यों दूर रहते थे बिगबुल!

CNBC TV-18 को दिए अपने एक इंटरव्यू में राकेश झुनझुनवाला ने कहा था कि दुनिया भर के बाजारों में शेयरों के भाव और उनकी दशा और दिशा कंपनियों के कैश फ्लो और कमाई पर निर्भर करती है

MoneyControl Newsअपडेटेड Aug 14, 2022 पर 3:45 PM
RIP राकेश झुनझुनवाला: क्रिप्टो करेंसी और स्टार्टअप में निवेश से क्यों दूर रहते थे बिगबुल!
एक और इंटरव्यू में झुनझुनवाला ने कहा था कि इक्विटी और क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने वाले लोगों का वर्ग एकदम अलग-अलग है। एक दिन क्रिप्टोकरेंसी पूरी तरह से धड़ाम हो जाएगी

दिग्गज निवेशक राकेश झुनझुनवाला का 14 अगस्त को सुबह मुंबई में निधन हो गया। राकेश का निवेश पैटर्न अमेरिका के जाने–माने निवेशक वारेफ बफे जैसा ही होने के कारण आमतौर इन्हें भारत का वॉरेन बफे कहा जाता था। निवेश पैटर्न ही नहीं क्रिप्टो करेंसी और बहुत ज्यादा कैश की जरूरत वाले नए युग के स्टार्ट्अप्स को लेकर उनके विचार वॉरेन बफे से मिलते हैं। निवेश के नजरिए से बिग बुल क्रिप्टोकरेंसी और स्टार्टअप से दूरी बनाए रखने के पक्षधर थे। आइये जानते हैं कि इसकी क्या है वजह ?

पॉजिटिव कैश फ्लो का महत्व

वॉरेन बफे की तरह ही झुनझुनवाला भी कंपनियों के पॉजिटिव कैश फ्लो के महत्व पर बल देते थे। इसी साल CNBC TV-18 को दिए अपने एक इंटरव्यू में राकेश झुनझुनवाला ने कहा था कि दुनिया भर के बाजारों में शेयरों के भाव और उनकी दशा और दिशा कंपनियों के कैश फ्लो और कमाई पर निर्भर करती है। एक और इंटरव्यू में राकेश ने कहा था कि वैल्यूएशन पर बहुत ज्यादा फोकस न करते हुए किसी कंपनी के कारोबारी संभावनाओं उसकी कार्यक्षमता, उसके कारपोरेट गवरनेंस, तकनीकी कुशलता, बदलाव से निपटने की उसकी क्षमता पर निर्भर करती है। यह एक ऐसी दौड़ है जिसमें धीमी लेकिन लंबी और मजबूत चाल चलता कछुआ ही जीतता है।

स्टार्टअप पर बात करते हुए उन्होंने कहा था कि स्टार्टअप को अपने बिजनेस मॉडल पर ज्यादा जोर देना चाहिए। मजबूत बिजनेस मॉडल से ही कैश फ्लो आता है। कंपनियों को वैल्यूएशन बढ़ाकर 2 अरब डॉलर, 3 अरब डॉलर करने की जगह अपने बिजनेस मॉडल को मजबूती देने के पर फोकस करना चाहिए। अपने इन्हीं तर्कों के आधार पर राकेश झुनझुनवाला नए जमाने की भारी पूंजी जरूरत वाले स्टार्ट-अप से दूर रहते थे।

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