अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी सामानों पर अन्य देशों की ओर से लगे टैरिफ के चलते उन देशों के अमेरिका आने वाले सामानों पर जवाबी यानि रेसिप्रोकल टैरिफ लगाए। उनका कहना है कि दूसरे देश अमेरिका से हाई टैरिफ वसूलते हैं तो अमेरिका भी उनसे हाई टैरिफ वसूलेगा। ट्रंप इस फैसले के जरिए अमेरिकी अर्थव्यवस्था को बूस्ट देना चाहते हैं। लेकिन उनका यह फैसला दूसरे देशों के एक्सपोर्टर्स के लिए तो तगड़ा झटका है ही, साथ ही अमेरिकी कंपनियों के लिए भी मुसीबत बन रहा है। इसकी वजह है कि कई चीजों की अमेरिका में मैन्युफैक्चरिंग या तो होती नहीं है या बेहद कम लेवल पर होती है।