वेदांता (Vedanta) अपने पूरे कारोबार को 6 हिस्से में बांटने का ऐलान कर चुकी है। यह प्रक्रिया पूरा होने में अभी समय लगेगा। इसके जरिए अब कंपनी का लक्ष्य वैश्विक निवेशकों, खासतौर से सोवरेन वेल्थ फंड्स को आकर्षित करना है। बंटवारे यानी डीमर्जर के ऐलान के बाद कंपनी के एग्जेक्यूटिव डायरेक्टर अरुण मिश्र ने कहा कि हर बिजनेस के रिस्क को उससे जुड़ी कंपनियों तक ही सीमित रखना है ताकि यह दूसरा कारोबार कर रही कंपनी के कारोबार को प्रभावित न कर सके। अनिल अग्रवाल (Anil Agarwal) की वेदांता ने 29 सितंबर को डीमर्जर का ऐलान किया है।