Oil Price: भारत में तेल की जरूरतों का बड़ा हिस्सा आयात होता है। ऐसे में कच्चे तेल के भाव जब नीचे आते हैं तो यहां पेट्रोल और डीजल के भाव नीचे आने की उम्मीद बढ़ जाती है। कच्चे तेल की मौजूदा स्थिति की बात करें तो इसकी कीमतें तीन हफ्ते के निचले स्तर पर पहुंच गई हैं। आज 1 अक्टूबर को यह 2 फीसदी से अधिक कमजोर हुआ है। इसकी वजह ये है कि मिडिल ईस्ट में तनाव चरम पर है तो यहां से कच्चा तेल निकालने पर असर पड़ रहा है। इससे डिमांड फीकी हो सकती है और सप्लाई बढ़ सकती है। बता दें कि एक इजरायली हवाई हमले में हिजबुल्ला नेता हसन नसरल्लाह की मौत के बाद ईरान के सुप्रीम लीडर ने बदले की कसम खाई है।