कारोबारी और सरकारी सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक भारत की चावल के एक्सपोर्ट पर प्रतिबंध लगाने की कोई योजना नहीं है। गौरतलब है कि भारत दुनिया में चावल के सबसे बड़े एक्सपोर्टरों में से एक है। सरकारी सूत्रों का कहना है कि देश में चावल का पर्याप्त भंडार है। स्थानीय बाजार में मिल रहा चावल का भाव सरकार द्वारा निर्धारित समर्थन मूल्य से कम है। ऐसे में देश में चावल के कीमतों में अप्रत्याशित तेजी की उम्मीद नहीं है।