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गुरुग्राम के सुपर-लग्जरी प्रोजेक्ट में 8000 करोड़ रुपये निवेश करेगी DLF

रियल्टी कंपनी DLF गुरुग्राम में अल्ट्रा-लग्जरी हाउसिंग प्रोजेक्ट में 8,000 करोड़ रुपये निवेश करेगी। इसके जरिये कंपनी का इरादा प्रीमियम घरों की मजबूत मांग का फायदा उठाना है। पिछले महीने DLF ने DLF 5, गुरुग्राम में 17 एकड़ के सुपर लग्जरी हाउसिंग प्रोजेक्ट का प्री-लॉन्च किया था। कंपनी ने सभी रेगुलेटरी मंजूरी हासिल करने के लिए इसे प्री-लॉन्च किया था और इसे ग्राहकों से काफी अच्छी प्रतिक्रिया मिली है

MoneyControl Newsअपडेटेड Nov 03, 2024 पर 8:38 PM
गुरुग्राम के सुपर-लग्जरी प्रोजेक्ट में 8000 करोड़ रुपये निवेश करेगी DLF
इस प्रोजेक्ट के तहत कार्पेट एरिया का सेलिंग प्राइस 1 लाख रुपये वर्गफुट है।

रियल्टी कंपनी DLF गुरुग्राम में अल्ट्रा-लग्जरी हाउसिंग प्रोजेक्ट में 8,000 करोड़ रुपये निवेश करेगी। इसके जरिये कंपनी का इरादा प्रीमियम घरों की मजबूत मांग का फायदा उठाना है। पिछले महीने DLF ने DLF 5, गुरुग्राम में 17 एकड़ के सुपर लग्जरी हाउसिंग प्रोजेक्ट का प्री-लॉन्च किया था। कंपनी ने सभी रेगुलेटरी मंजूरी हासिल करने के लिए इसे प्री-लॉन्च किया था और इसे ग्राहकों से काफी अच्छी प्रतिक्रिया मिली है।

कंपनी इस प्रोजेक्ट के तहत 420 अपार्टमेंट्स डिवेलप करेगी, जो DLF का दूसरा अल्ट्रा-लग्जरी ऑफर है। इससे पहले DLF ने अल्ट्रा-लग्जरी कैटेगरी में 'द कैमेलियाज' की सफलतापूर्वक डिलीवरी कर चुकी है। सूत्रों के मुताबिक, DLF अगले 4-5 साल में इस नए प्रोजेक्ट के कंस्ट्रक्शन पर तकरीबन 8,000 करोड़ रुपये निवेश करेगी और इसका एरिया तकरीबन 50 लाख वर्गफुट है।

हाल में एनालिस्टस के साथ कॉन्फ्रेंस कॉल में DLF के मैनेजिंग डायरेक्टर अशोक त्यागी ने बताया कि कंपनी को गुरुग्राम के इस सुपर-लग्जरी प्रोजेक्ट से 26,000 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल होने की उम्मीद है। त्यागी ने इस प्रोजेक्ट के संभावित रेवेन्यू के बारे में कहा था, 'RERA में हमने प्री-लॉन्च प्राइस के आधार पर 26,000 करोड़ रुपये के रेवेन्यू के बारे में जानकारी दी है। आने वाले समय में इन आंकड़ों में बढ़ोतरी जारी रहेगी।'

अपार्टमेंट की न्यूनतम साइज 10,300 वर्गफुट है। सुपर-लग्जरी प्रोजेक्ट के बारे में त्यागी का कहना था कि इस प्रोजेक्ट में कंस्ट्रक्शन कॉस्ट काफी ज्यादा यानी 18,000 रुपये प्रति वर्गफुट होगी। कंस्ट्रक्शन कॉस्ट ज्यादा होने की वजह इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च, आर्टिफिशियल लेक और 4 लाख वर्गफुट में मौजूद क्लब का निर्माण है।

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