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Ratan Tata बुजुर्गों से जुड़े स्टार्टअप में करेंगे निवेश, कहा-खुद बूढ़ा होने पर ही अकेलेपन के दर्द का पता चलता है

गुडफेलोज ऐसे युवाओं को हायर करता है, जिनके पास ऐसी संवेदना और इमोशनल इंटेलिजेंस होता है, जिससे वे बूढ़े लोगों की मदद कर सकें। ये युवा बूढ़े लोगों की जिंदगी को आसान बनाने में उनकी मदद करते हैं

MoneyControl Newsअपडेटेड Aug 16, 2022 पर 4:21 PM
Ratan Tata बुजुर्गों से जुड़े स्टार्टअप में करेंगे निवेश, कहा-खुद बूढ़ा होने पर ही अकेलेपन के दर्द का पता चलता है
Goodfellow स्टार्टअप की शुरुआत शांतनु नायडू ने की है। वह अभी सिर्फ 25 साल के हैं।

टाटा समूह (Tata Group) के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा ने स्टार्टअप Goodfellows में निवेश करने का ऐलान किया है। यह स्टार्टअप बूढ़े लोगों की अकेलेपन की समस्या दूर करता है। यह नहीं पता चल पाया है कि टाटा ने इस स्टार्टअप में कितना निवेश किया है। इस स्टार्टअप की शुरुआत शांतनु नायडू ने की है। वह अभी सिर्फ 25 साल के हैं।

नायडू ने Cornell University से पढ़ाई की है। वह टाटा के ऑफिस में जनरल मैनेजर हैं। वह 2018 से उनकी मदद कर रहे हैं। इससे पहले उन्होंने पालतू जानवरों के लिए एक वेंचर शुरू किया था। टाटा की तरह उन्हें भी कुत्ते पसंद हैं।

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Goodfellows के लॉन्च के मौके पर रतन टाटा ने कहा, "जब तक आप खुद अकेले समय बिताने को मजबूर नहीं होते आपको इस बात का अहसास नहीं होता कि अकेलापन कितना बुरा होता है।" उन्होंने बूढ़े लोगों की अकेलेपन की समस्या दूर करने के लिए स्टार्टअप शुरू करने पर नायडू की तारीफ की।

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