आज की तेज रफ्तार जिंदगी, तनावपूर्ण माहौल और अस्वस्थ जीवनशैली के चलते हार्ट अटैक अब केवल उम्रदराज़ लोगों की बीमारी नहीं रही, बल्कि युवाओं में भी तेजी से बढ़ रही है। यह एक ऐसी घातक स्थिति है जो अक्सर बिना चेतावनी के आती है और कई बार जान बचाने का समय भी नहीं देती। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि हार्ट अटैक कभी भी अचानक नहीं आता, बल्कि शरीर इसके संकेत पहले ही देने लगता है—बस ज़रूरत है उन्हें समझने और गंभीरता से लेने की। आयुर्वेद और आधुनिक चिकित्सा दोनों ही इस बात पर सहमत हैं कि यदि हम इन शुरुआती लक्षणों को समय पर पहचान लें और उचित उपचार लें, तो हार्ट अटैक जैसी जानलेवा स्थिति से बचाव संभव है।