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डिजिटल अरेस्ट जैसे डीपफेक स्कैम्स से निपटने में मददगार हो सकता है आधार - नंदन नीलेकणी

Infosys के सह-संस्थापक और अध्यक्ष नंदन नीलेकणी ने कहा कि आधार (Aadhaar) डीपफेक और ऑनलाइन धोखाधड़ी के विरुद्ध एक सुरक्षा उपाय या सेफगार्ड के रूप में काम कर सकता है। नंदन नीलेकणी ने 21 फरवरी को नई दिल्ली में एआईएमए सत्र में मनीकंट्रोल के प्रबंध संपादक नलिन मेहता के साथ इस गंभीर और ज्वलंत समस्या पर चर्चा के दौरान ये बात कही

MoneyControl Newsअपडेटेड Feb 22, 2025 पर 11:03 AM
डिजिटल अरेस्ट जैसे डीपफेक स्कैम्स से निपटने में मददगार हो सकता है आधार - नंदन नीलेकणी
नीलेकणी ने कहा कि भारत एकमात्र ऐसा देश है जहां डिजिटल अरेस्ट नामक धोखाधड़ी हो रही है। मुझे नहीं लगता कि किसी अन्य देश में डिजिटल अरेस्ट को धोखाधड़ी या स्कैम की श्रेणी में रखा गया है

डीपफेक और ऑनलाइन धोखाधड़ी पर बढ़ती चिंताओं के बीच, इंफोसिस के सह-संस्थापक और अध्यक्ष नंदन नीलेकणी ( Infosys co-founder and chairman Nandan Nilekani) का मानना ​​है कि आधार (Aadhaar) इसके विरुद्ध एक सुरक्षा उपाय या सेफगार्ड के रूप में काम कर सकता है। नंदन नीलेकणी ने 21 फरवरी को नई दिल्ली में एआईएमए सत्र (AIMA session) में मनीकंट्रोल के प्रबंध संपादक नलिन मेहता (Nalin Mehta, Managing Editor, Moneycontrol) के साथ इस गंभीर और ज्वलंत समस्या पर चर्चा के दौरान ऐसा कहा।

यद्यपि डीपफेक फ्रॉड एक वैश्विक समस्या बन गए हैं लेकिन भारत को एक अनोखी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है।

भारत इकलौता देश जहां हो रही डिजिटल अरेस्ट जैसी धोखाधड़ी

नीलेकणी ने कहा “भारत एकमात्र ऐसा देश है जहां डिजिटल अरेस्ट नामक धोखाधड़ी हो रही है। मुझे नहीं लगता कि किसी अन्य देश में डिजिटल अरेस्ट को धोखाधड़ी या स्कैम की श्रेणी में रखा गया है।''

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