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Jhansi Fire: 'एक बेड पर 6-6 बच्चे थे' झांसी हादसे के हीरो कृपाल सिंह ने अपने पोते के साथ 25 नवजात की बचाई जान

Jhansi Hospital Fire: कृपाल सिंह ने उस पल को याद किया जब NICU के वार्ड से आग की लपटें उठीं। सिंह ने बताया कि रात करीब 10 बजे डॉक्टरों ने बच्चों को दूध पिलाने के लिए माताओं को बुलाया। सिंह ने बचाव के क्षणों को याद करते हुए कहा, "हमने खिड़की की स्टील की जाली तोड़ दी और नवजात शिशुओं को बाहर निकाला ताकि उनकी जान बचाई जा सके

MoneyControl Newsअपडेटेड Nov 16, 2024 पर 4:04 PM
Jhansi Fire: 'एक बेड पर 6-6 बच्चे थे' झांसी हादसे के हीरो कृपाल सिंह ने अपने पोते के साथ 25 नवजात की बचाई जान
Jhansi Fire: 'एक बेड पर 6-6 बच्चे थे' झांसी हादसे के हीरो कृपाल सिंह ने अपने पोते का साथ 25 नवजात की बचाई जान

उत्तर प्रदेश के झांसी में शुक्रवार की रात भीषण आग में 10 शिशुओं की मौत हो गई और 16 नवजात घायल हो गए। पेशे से अटेंडेंट कृपाल सिंह राजपूत इस घटना के हीरो बने, जिन्होंने करीब 20-25 बच्चों को बचाया। बड़ी बात ये है कि उनका खुद का पोता भी इसी अस्पताल में भर्ती था। उत्तर प्रदेश के झांसी मेडिकल कॉलेज की नियोनेटल इंटेंसिव केयर यूनिट (NICU) में आग लगने से कम से कम 10 नवजात शिशुओं की मौत हो गई और 16 अन्य घायल हो गए।

ETV भारत से बातचीत में कृपाल सिंह ने उस पल को याद किया जब NICU के वार्ड से आग की लपटें उठीं। सिंह ने बताया कि रात करीब 10 बजे डॉक्टरों ने बच्चों को दूध पिलाने के लिए माताओं को बुलाया।

पोत के साथ और बच्चों को भी बचाया

सिंह ने याद किया, “जैसे ही हम NICU की ओर गए, हमने देखा कि एक नर्स हाथ में जलती हुई कुर्सी लेकर चिल्लाती हुई बाहर आ रही थी। उसके कपड़ों में भी आग लगी हुई थी। आग की लपटें देखकर, मैं बिना कुछ सोचे-समझे वार्ड में घुस गया और बच्चों को सुरक्षित बाहर निकालना शुरू कर दिया।”

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