लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद से उत्तर प्रदेश बीजेपी की अंदरूनी कलह सबके सामने खुल कर आ गई है। बड़ी बात ये है कि इस पूरे इश्यू के सेंट्रर में जो एक नाम है, वो है उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का, जो इन दिनों कई मौकों पर ये कह चुके हैं कि 'संगठन सरकार से बड़ा है।' जाहिर उनके इस तेवर पर विपक्ष भी कोई मौका क्यों ही छोड़ेगा। इसलिए अखिलेश यादव ने भी उन्हें दाने डालने की कोशिश शुरू कर दी और 'मानसून ऑफर' भी दे डाला। इस सब से कयास लगाए जाने लगे कि शायद UP के पावर सेंटर में कोई बड़ा फेरबदल देखनो को मिल सकता है।