गिलोय अब एक जाना-पहचाना नाम है। यह देश की एक प्राचीन जड़ी-बूटी है। यह शरीर के लिए बहुत फायदेमंद है। इससे इम्यूनिटी बढ़ाने, शरीर का कायाकल्प करने, गठिया, डायबिटीज जैसी कई गंभीर बीमारियों के लिए रामबाण है। जब भारत में डेंगू का गंभीर प्रकोप फैलता है। तब इसके काढ़े का प्रचलन तेजी से बढ़ता है। कोविड के प्रकोप के दौरान भी इसकी काफी चर्चा हुई थी। इसे गुडुची के नाम से भी जाना जाता है। यह एक ऐसी आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है जिसे 'अमृता' (अमरता का दिव्य अमृत) कहा जाता है। देश का आयुष मंत्रालय इसे राष्ट्रीय औषधि बनाने की कोशिश में जुटा हुआ है।
