महादेव बेटिंग स्कैम (Mahadev Betting Scam) इस समय सुर्खियों में छाया हुआ है और इसकी जद में बड़े-बड़े फिल्मी सितारे भी आ चुके हैं। केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ED) इस घोटाले की जांच कर रही है। ईडी की इस जांच के चलते सौरभ चंद्राकर (Saurabh Chandrakar) को जानने-पहचानने वाले लोग भी खुलकर इस मामले में बातचीत करने से घबरा रहे हैं क्योंकि उन्हें डर है कि कहीं वह भी ED की नजर में न आ जाएं। सौरभ चंद्राकर वही शख्स है जिसने महादेव बेटिंग ऐप शुरू किया था और हजारों करोड़ के घोटाले की जड़ छत्तीसगढ़ के भिलाई में है। हालांकि कोई भी खुलकर बात नहीं करना चाहता है और भिलाई के आकाशगंगा कॉम्प्लेक्स में किसी भी शख्स से सौरभ के बारे में पूछा जाए तो वह सूरज मोबाइल की तरफ उंगली दिखा दे रहा। स्थानीय लोगों के मुताबिक सौरभ यहीं अकसर आया करता था।