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Pravasi Bharatiya Diwas: पीएम मोदी ने 'प्रवासी भारतीय एक्सप्रेस' को दिखाई हरी झंडी, बोले- 'आज दुनिया भारत को सुनती है'

Pravasi Bharatiya Diwas 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार (9 जनवरी) को प्रवासी भारतीयों के लिए विशेष पर्यटक ट्रेन 'प्रवासी भारतीय एक्सप्रेस' को हरी झंडी दिखाई। दिल्ली के निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से ट्रेन ने सफर शुरू किया। यह ट्रेन प्रवासी भारतीयों को तीन सप्ताह तक देशभर के कई पर्यटक और धार्मिक स्थलों की यात्रा कराएगी

Akhileshअपडेटेड Jan 09, 2025 पर 11:55 AM
Pravasi Bharatiya Diwas: पीएम मोदी ने 'प्रवासी भारतीय एक्सप्रेस' को दिखाई हरी झंडी, बोले- 'आज दुनिया भारत को सुनती है'
Pravasi Bharatiya Diwas 2025: प्रधानमंत्री मोदी ने गुरुवार को 'प्रवासी भारतीय एक्सप्रेस' को हरी झंडी दिखाई

Pravasi Bharatiya Diwas 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार (9 जनवरी) को ओडिशा के भुवनेश्वर में आजोजित 18वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में 'प्रवासी भारतीय एक्सप्रेस' को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। ओडिशा में पहली बार 'प्रवासी भारतीय दिवस' का आयोजन किया जा रहा है। राज्य के मुख्य सचिव ने आयोजन से जुड़ी तैयारियों का जायजा लिया और सभी संबंधित विभागों को गणमान्य व्यक्तियों के लिए बेहतरीन व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भी 18वें प्रवासी भारतीय दिवस में हिस्सा लेने के लिए 9 जनवरी को भुवनेश्वर पहुंचेंगी।

प्रधानमंत्री मोदी ने गुरुवार को प्रवासी भारतीयों के लिए विशेष पर्यटक ट्रेन 'प्रवासी भारतीय एक्सप्रेस' को हरी झंडी दिखाई। दिल्ली के निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से ट्रेन ने सफर शुरू किया। यह ट्रेन प्रवासी भारतीयों को तीन सप्ताह तक देशभर के कई पर्यटक और धार्मिक स्थलों की यात्रा कराएगी।

प्रधानमंत्री मोदी ने ओडिशा के भुवनेश्वर में आयोजित प्रवासी भारतीय दिवस (पीबीडी) सम्मेलन से ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। कार्यक्रम के अनुसार, राष्ट्रपति मुर्मू शुक्रवार शाम 5.25 बजे नई दिल्ली लौटने से पहले कार्यक्रम के समापन सत्र के दौरान प्रवासी भारतीय सम्मान भी प्रदान करेंगी।

भुवनेश्वर सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हम संकट की स्थिति में अपने प्रवासी समुदाय की मदद करना अपनी जिम्मेदारी समझते हैं, चाहे वे कहीं भी हों। प्रधानमंत्री मोदी ने प्रवासी भारतीयों से कहा कि भारत अब 'विश्व बंधु' के रूप में जाना जाता है, इसे और मजबूत करने की जरूरत है।

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