Get App

'भारत-पाकिस्तान तनाव को हल करने के लिए बातचीत महत्वपूर्ण', पाक पीएम शहबाज से बोले सऊदी क्राउन प्रिंस

Pakistan-India Tensions: एक संयुक्त बयान में कहा गया कि दोनों पक्षों ने क्षेत्र में शांति और स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए दोनों देशों के बीच लंबित मुद्दों, विशेष रूप से जम्मू और कश्मीर विवाद को हल करने के लिए पाकिस्तान और भारत के बीच बातचीत के महत्व पर जोर दिया

Akhileshअपडेटेड Apr 09, 2024 पर 10:36 AM
'भारत-पाकिस्तान तनाव को हल करने के लिए बातचीत महत्वपूर्ण', पाक पीएम शहबाज से बोले सऊदी क्राउन प्रिंस
Pakistan-India Tensions: बयान में कहा गया कि दोनों नेताओं ने कश्मीर सहित क्षेत्रीय मुद्दों पर भी चर्चा की

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) और सऊदी शासक प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान (Saudi Crown Prince Mohammed bin Salman) ने हाल ही में मक्का के अल-सफा पैलेस में एक आधिकारिक बैठक की। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, सऊदी क्राउन प्रिंस ने शरीफ से कहा कि पाकिस्तान और भारत (Pakistan-India Tensions) के बीच बढ़े हुए तनाव कम करने के लिए बातचीत की आवश्यकता है। सऊदी अरब और पाकिस्तान ने कश्मीर मुद्दे सहित अन्य लंबित मुद्दों को सुलझाने के लिए नई दिल्ली तथा इस्लामाबाद के बीच बातचीत के महत्व को रेखांकित किया है।

यह बात एक संयुक्त बयान में कही गई जो शहबाज शरीफ और मोहम्मद बिन सलमान के बीच 7 अप्रैल को मक्का के अल-सफा पैलेस में हुई एक आधिकारिक बैठक के एक दिन बाद जारी किया गया। संयुक्त बयान के अनुसार, उनकी चर्चा सऊदी अरब और पाकिस्तान के बीच भाईचारे वाले संबंधों को मजबूत करने तथा विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के रास्ते तलाशने पर केंद्रित रही।

बयान में कहा गया कि उन्होंने कश्मीर सहित क्षेत्रीय मुद्दों पर भी चर्चा की। इसमें कहा गया, "दोनों पक्षों ने क्षेत्र में शांति और स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए दोनों देशों के बीच लंबित मुद्दों, विशेष रूप से जम्मू और कश्मीर विवाद को हल करने के लिए पाकिस्तान और भारत के बीच बातचीत के महत्व पर जोर दिया।"

फरवरी में विवादास्पद चुनावों के बाद पाकिस्तान का नेतृत्व करने के लिए चुने जाने के बाद शहबाज शरीफ की यह पहली विदेश यात्रा थी। नई दिल्ली का हमेशा यह रुख रहा है कि कश्मीर भारत और पाकिस्तान के बीच एक द्विपक्षीय मुद्दा है। इस मामले में किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता या हस्तक्षेप का कोई सवाल ही नहीं है।

सब समाचार

+ और भी पढ़ें