IPO Market: यह साल समाप्ति की ओर है और इस साल 2023 में मार्केट ने न सिर्फ रिकॉर्ड संख्या में खुदरा निवेशकों को अपनी तरफ आकर्षित किया बल्कि कई प्रमोटर्स भी अपनी कंपनियों को लिस्ट करने की होड़ में आ गए। इस साल मेनबोर्ड यानी BSE और NSE पर जितनी कंपनियों की लिस्टिंग हुई, संख्या के मामले में वह दस साल में दूसरे नंबर पर है। लिस्टिंग का यह रुझान अभी थमने वाला नहीं है और नए साल 2024 में करीब 60000 करोड़ के आईपीओ लाइन में हैं। एनालिस्ट्स का मानना है कि मजबूत आर्थिक विकास, पर्याप्त लिक्विडिटी, वैश्विक केंद्रीय बैंकों की ओर से दर में कटौती के आसार और अगले साल लोकसभा चुनाव से पहले मौजूदा सरकार के जारी रहने की उम्मीद के कारण यह उत्साह फिलहाल जारी रहने की संभावना है।