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Milky Mist IPO: मर्चेंट बैंकर के तौर पर 3 नाम फाइनल, साल के आखिर में आएगा ₹2000 करोड़ का इश्यू

Milky Mist IPO: कंपनी 20,000 करोड़ रुपये के करीब वैल्यूएशन का लक्ष्य बना रही है, लेकिन फाइनल आंकड़ा बाजार की ताकतों के आधार पर तय किया जाएगा। वित्त वर्ष 2025 में शुद्ध मुनाफा लगभग 65 करोड़ रुपये रहने की उम्मीद है। मिल्की मिस्ट 1985 में एक मिल्क ट्रेडिंग कंपनी के रूप में शुरू हुई

Edited By: Moneycontrol Hindi Newsअपडेटेड Jan 16, 2025 पर 9:08 AM
Milky Mist IPO: मर्चेंट बैंकर के तौर पर 3 नाम फाइनल, साल के आखिर में आएगा ₹2000 करोड़ का इश्यू
वित्त वर्ष 2024 में Milky Mist का रेवेन्यू 2,000 करोड़ रुपये रहा था।

पनीर से लेकर आइसक्रीम तक बनाने वाली कंपनी मिल्की मिस्ट (Milky Mist) ने इस साल के आखिर में IPO लाने का प्लान किया है। इसके लिए कंपनी ने जेएम फाइनेंशियल, IIFL कैपिटल सर्विसेज और एक्सिस कैपिटल को बैंकर के रूप में चुना है। यह बात मनीकंट्रोल को सूत्रों से पता चली है। मामले की जानकारी रखने वाले एक व्यक्ति ने कहा, 'IPO का काम पहले से ही चल रहा है। उम्मीद है कि मिल्की मिस्ट इस साल के मध्य तक ड्राफ्ट पेपर दाखिल कर देगी और फिर 2025 के आखिर तक शेयर बाजारों में लिस्ट हो जाएगी।'

जुलाई 2024 में मनीकंट्रोल ने सबसे पहले बताया था कि मिल्की मिस्ट अपने एक्सपेंशन प्लांस के लिए अतिरिक्त पूंजी जुटाने के लिए IPO का विकल्प चुन रही है। एक दूसरे व्यक्ति का कहना है, "मिल्की मिस्ट अपने IPO के माध्यम से लगभग 2,000 करोड़ रुपये (लगभग 23.5 करोड़ डॉलर) जुटाने का लक्ष्य बना रही है। IPO में नए शेयरों के इश्यू का साइज और ऑफर फॉर सेल (OFS) का साइज कितना होगा, यह आने वाले हफ्तों में तय किया जाएगा।" आगे कहा, "कंपनी 20,000 करोड़ रुपये (लगभग 2.3 अरब डॉलर) के करीब वैल्यूएशन का लक्ष्य बना रही है, लेकिन फाइनल आंकड़ा बाजार की ताकतों के आधार पर तय किया जाएगा।"

वित्त वर्ष 2025 में ₹2500 करोड़ रेवेन्यू का लक्ष्य

एक सोर्स ने कहा कि मिल्की मिस्ट वित्त वर्ष 2025 को 2,500 करोड़ रुपये के रेवेन्यू के साथ खत्म करने की राह पर है। यह आंकड़ा वित्त वर्ष 2024 में हासिल 2,000 करोड़ रुपये के रेवेन्यू से 25 प्रतिशत अधिक है। वित्त वर्ष 2025 में शुद्ध मुनाफा लगभग 65 करोड़ रुपये रहने की उम्मीद है। वित्त वर्ष 2023 में मिल्की मिस्ट ने 1,437 करोड़ रुपये का रेवेन्यू कमाया था, जो वित्त वर्ष 2022 में आए 1,015 करोड़ रुपये के रेवेन्यू से 42 प्रतिशत अधिक था।

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