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Amit Shah interview: 'क्या शरिया के आधार पर देश चलेगा?' अमित शाह ने बताया कांग्रेस के घोषणापत्र को किसने किया तैयार

Lok Sabha Election 2024: अमित शाह ने कहा कि क्या इस युग में कोई राजनीतिक दल पर्सनल लॉ की बात कर सकता है? क्या शरीयत के आधार पर देश चलेगा? एक तरफ हम अपने संकल्प पत्र (घोषणापत्र) में समान नागरिक संहिता (UCC) लाने की बात करते हैं। कांग्रेस कह रही है कि वह पर्सनल लॉ को बढ़ावा देगी

Akhileshअपडेटेड May 02, 2024 पर 11:32 AM
Amit Shah interview: 'क्या शरिया के आधार पर देश चलेगा?' अमित शाह ने बताया कांग्रेस के घोषणापत्र को किसने किया तैयार
Lok Sabha Election 2024: शाह ने कहा कि इस बात पर कोई अस्पष्टता नहीं है कि डिस्ट्रीब्यूशन के लिए संसाधन कहां से आएंगे

Lok Sabha Elections 2024: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि ऐसा लगता है कि कांग्रेस ने अपना घोषणापत्र बनाने का काम अल्पसंख्यकों और वामपंथियों को सौंप दिया है। उन्होंने पर्सनल लॉ को बढ़ावा देने और देश को तुष्टीकरण की राजनीति में दोबारा वापस ले जाने के लिए भारत की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस पर निशाना साधा। Network18 के ग्रुप एडिटर-इन-चीफ राहुल जोशी के साथ एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में अमित शाह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने उसके खिलाफ चुनाव लड़ने वालों के इरादों को उजागर करने के लिए घोषणापत्र का मुद्दा उठाया है।

अमित शाह (Amit Shah) ने कहा, "मुझे बताओ, क्या इस युग में कोई राजनीतिक दल पर्सनल लॉ की बात कर सकता है? क्या शरीयत के आधार पर देश चलेगा? एक तरफ हम अपने संकल्प पत्र (घोषणापत्र) में समान नागरिक संहिता (UCC) लाने की बात करते हैं। कांग्रेस कह रही है कि वह पर्सनल लॉ को बढ़ावा देगी। कांग्रेस को जवाब देना चाहिए क्योंकि यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण मुद्दा है।"

'कांग्रेस के घोषणापत्र पर मुस्लिम लीग की छाप'

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस दावे को दोहराते हुए बीजेपी नेता ने कहा कि कांग्रेस के घोषणापत्र पर मुस्लिम लीग की छाप है। गृह मंत्री ने कहा, "वह कह रहे हैं कि देश के कॉन्ट्रैक्ट्स में वे अल्पसंख्यकों को प्राथमिकता देंगे। कॉन्ट्रैक्ट्स फर्स्ट पुअरेस्ट कौन है? पास्ट परफॉर्मेंस क्या है? उनमें काम करने की क्षमता है या नहीं। कॉन्ट्रैक्ट इस आधार पर तय होंगे या धर्म के आधार पर? वे देश को कैसे चलाना चाहते हैं? देश की जनता को फैसला करना होगा। बहुत समय बाद नरेंद्र मोदी जी ने देश को तुष्टिकरण की राजनीति से बाहर निकाला है। वे इसे फिर से उसी दिशा में ले जाना चाहते हैं, क्योंकि कांग्रेस में जीतने का आत्मविश्वास नहीं है।"

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