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अमेठी से लड़ रहे थे राजीव गांधी, वोटिंग के अगले ही दिन हो गई थी हत्या, आज भी उस चुनाव को याद कर सिहर जाते हैं कांग्रेस नेता

Lok Sabha Election 2024 Amethi: 1991 के आम चुनाव के दौरान 20 मई को अमेठी में मतदान हुआ और मैदान में थे- कांग्रेस पार्टी के राजीव गांधी और बीजेपी के रवींद्र प्रताप सिंह। इसके अगले ही दिन 21 मई को तमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर में एक चुनावी रैली के दौरान राजीव गांधी LTTE के आत्मघाती हमले का शिकार हो गए

Shubham Sharmaअपडेटेड May 03, 2024 पर 10:44 PM
अमेठी से लड़ रहे थे राजीव गांधी, वोटिंग के अगले ही दिन हो गई थी हत्या, आज भी उस चुनाव को याद कर सिहर जाते हैं कांग्रेस नेता
Lok Sabha Election 2024: अमेठी से लड़ रहे थे राजीव गांधी, वोटिंग के अगले ही दिन हो गई थी हत्या

आज एक बार फिर उत्तर प्रदेश की अमेठी लोकसभा सीट चर्चाओं में है। क्योंकि लंबे संशय और इंतजार के बाद कांग्रेस पार्टी ने शुक्रवार तड़के यहां से अपने उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दिया। देश की सबसे पुरानी पार्टी ने अमेठी से इस बार एक नए चेहरे पर दांव लगाया है और वो नया नाम है- किशोरी लाल शर्मा। 25 साल में पहली बार गांधी परिवार का कोई सदस्य अमेठी लोकसभा सीट से चुनाव नहीं लड़ेगा। 1967 में अमेठी लोकसभा सीट का गठन हुआ, तब से इसे गांधी परिवार का गढ़ माना जाता रहा है, क्योंकि करीब 31 सालों तक इस सीट से गांधी परिवार का ही कोई न कोई सदस्य चुनाव जीतता रहा है।

यूं तो अमेठी सीट से संजय गांधी, सोनिया गांधी और राहुल गांधी भी सांसद चुन कर लोकसभा पहुंचे, लेकिन जितना प्यार अमेठी की जनता ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को दिया को दिया, उतना गांधी परिवार के किसी दूसरे सदस्यों नहीं मिला।

1977 के चुनाव में हुई गांधी परिवार की एंट्री

अमेठी (Amethi) में गांधी परिवार की एंट्री 1977 के चुनाव में हुई। जब पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के छोटे बेटे संजय गांधी यहां से लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) लड़ने पहुंचे, लेकिन जनता पार्टी के रवींद्र प्रताप सिंह ने उन्हें शिकस्त दे दी। ऐसा इसलिए हुआ, क्योंकि ये इमरजेंसी के बाद का चुनाव था और जनता में इंदिरा, संजय और कांग्रेस तीनों के खिलाफ ही नाराजगी थी।

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