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ओवैसी की यूपी में एंट्री से सियासी हलचल तेज, इन सीटों पर AIMIM बिगाड़ सकती है सपा-कांग्रेस का खेल!

यूपी में बड़ी संख्या में मुस्लिम मतदाता हैं, जो कुल मतदाताओं का लगभग 19% हैं। रामपुर, अमरोहा और बिजनोर जैसे निर्वाचन क्षेत्रों में मुसलमानों की आबादी 20 से 30% है। पारंपरिक रूप से ये इलाके सपा के गढ़ रहे हैं। इस इलाकों में पैठ बनाने की कोशिश में जुटी ओवैसी की AIMIM, सपा को कठिन चुनौती पेश कर सकती है

Akhileshअपडेटेड Apr 10, 2024 पर 11:24 AM
ओवैसी की यूपी में एंट्री से सियासी हलचल तेज, इन सीटों पर AIMIM बिगाड़ सकती है सपा-कांग्रेस का खेल!
Lok Sabha Elections 2024: यूपी की राजनीति में AIMIM प्रमुख की एंट्री से सपा परेशान है

UP Lok Sabha Elections 2024: 19 अप्रैल से शुरू हो रहे लोकसभा चुनाव 2024 के लिए असदुद्दीन ओवैसी की ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल-मुस्लिमीन (AIMIM) के चुनावी मैदान में उतरने से उत्तर प्रदेश में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। मुस्लिम मुद्दों पर अपने मुखर रुख के लिए जाने जाने वाले ओवैसी ने P.D.M. के बैनर तले अपना दल (कमेरावाड़ी) की पल्लवी पटेल के साथ गठबंधन किया है। यह अलायंस पिछड़े, दलित और मुस्लिम वोट ब्लॉक को एकजुट करने के लिए बना है।

31 मार्च को लखनऊ में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ओवैसी ने टिकट रद्द होने और पार्टी के भीतर हाशिए पर जाने की घटनाओं का हवाला देते हुए समाजवादी पार्टी (SP) पर मुस्लिम मतदाताओं की चिंताओं को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया। यूपी की राजनीति में AIMIM प्रमुख की एंट्री से महत्वपूर्ण मुस्लिम आबादी वाले निर्वाचन क्षेत्रों में उनके प्रभाव को देखते हुए अन्य राजनीतिक पार्टियां टेंशन में हैं।

AIMIM की एंट्री से सपा पर कितना पड़ेगा असर?

यूपी में बड़ी संख्या में मुस्लिम मतदाता हैं, जो कुल मतदाताओं का लगभग 19% हैं। रामपुर, अमरोहा और बिजनोर जैसे निर्वाचन क्षेत्र (जहां मुसलमानों की आबादी 20 से 30% है) पारंपरिक रूप से सपा के गढ़ रहे हैं। इस इलाकों में पैठ बनाने की कोशिश में जुटी ओवैसी की AIMIM, सपा को कठिन चुनौती पेश कर सकती है।

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