BSE vs Company: अगर कोई शेयर रॉकेट की स्पीड से चढ़ता-उतरता है तो इस पर एक्सचेंज अपनी निगरानी और बढ़ा देते हैं। इसके लिए खास फ्रेमवर्क भी तैयार किया गया है कि किन शेयरों के किस प्रकार के फ्रेमवर्क के तहत यानी किस प्रकार की अतिरिक्त निगरानी की जाएगी। हालांकि अब ऐसे ही एक फ्रेमवर्क को लेकर बीएसई (BSE) के खिलाफ एक कंपनी ने अपील कर दी है। बीएसई पर लिस्टेड मरकरी ईवी (Mercury EV) ने सिक्योरिटीज अपीलेट ट्रिब्यूनल (SAT) में EMS (एनहेंस्ड सर्विलांस मेजर) फ्रेमवर्क को चुनौती दी है। ट्विटर पर भी इस फ्रेमवर्क को लेकर निवेशकों का कहना है कि किसी शेयर को ईएसएम में रखने का मतलब है कि इसे जेल में रखना।