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Budget 2025 कंसोलीडेशन से गुजर रहे बाजार के लिए खोल सकता है रिकवरी का रास्ता- एक्सपर्ट्स

Market trend: निफ्टी ने आज फॉलिंग वेज ब्रेकआउट दिया है। ये शॉर्ट टर्म बुलिश रिवर्सल का संकेत है। इंडेक्स 21-पीरयड ईएमए से भी ऊपर चला गया,जो तेजी की संभावना को और मजबूत करता है। इसके अलावा,वर्तमान आरएसआई रीडिंग भी बाजार में एक मजबूत तेजी आने की ओर इशारा कर रही है। हालांकि, बहुत कुछ इस बात पर निर्भर करेगा कि बजट के दौरान और उसके बाद बाजार किस तरह की प्रतिक्रिया करता है

MoneyControl Newsअपडेटेड Jan 31, 2025 पर 7:27 PM
Budget 2025 कंसोलीडेशन से गुजर रहे बाजार के लिए खोल सकता है रिकवरी का रास्ता- एक्सपर्ट्स
Budget expectations : जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के विनोद नायर का कहना है कि इकोनॉमिक सर्वे से मिले संकेतों से लगता है कि इस बाजार के बजट में राजकोषीय अनुशासन के बनाए रखते हुए ग्रोथ पर फोकस होगा

Experts views : आम बजट से पहले बाजार में शानदार तेजी देखने को मिली है। बैंकिंग और मेटल इंडेक्स बढ़त के साथ बंद हुए हैं। FMCG, रियल्टी और ऑटो शेयरों में खरीदारी रही। BSE के सभी सेक्टर इंडेक्स में तेजी देखने को मिली। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी अच्छी तेजी रही। बजट से पहले सभी सेक्टरों में आई खरीदारी के बीच 31 जनवरी को भारतीय बेंचमार्क इंडेक्स लगातार चौथे कारोबारी सत्र में बढ़त के साथ बंद हुए और निफ्टी 23,500 से ऊपर पहुंच गया। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 740.76 अंक या 0.97 फीसदी बढ़कर 77,500.57 पर और निफ्टी 258.90 अंक या 1.11 फीसदी बढ़कर 23,508.40 पर बंद हुआ।

एलकेपी सिक्योरिटीज के रूपक डे का कहना है कि निफ्टी ने आज फॉलिंग वेज ब्रेकआउट दिया है। ये शॉर्ट टर्म बुलिश रिवर्सल का संकेत है। इंडेक्स 21-पीरयड ईएमए से भी ऊपर चला गया,जो तेजी की संभावना को और मजबूत करता है। इसके अलावा,वर्तमान आरएसआई रीडिंग भी बाजार में एक मजबूत तेजी आने की ओर इशारा कर रही है। हालांकि, बहुत कुछ इस बात पर निर्भर करेगा कि बजट के दौरान और उसके बाद बाजार किस तरह की प्रतिक्रिया करता है। निफ्टी के लिए 23,300-23,200 पर सपोर्ट है। जबकि 23,600 और 23,800 पर रजिस्टेंस दिख रहा है।

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के विनोद नायर का कहना है कि इकोनॉमिक सर्वे से मिले संकेतों से लगता है कि इस बाजार के बजट में राजकोषीय अनुशासन के बनाए रखते हुए ग्रोथ पर फोकस होगा। सकारात्मक ग्लोबल संकेतों और प्रमुख कंपनियों के उम्मीद से बेहतर नतीजों ने भी आज बाजार को ताकत दी है। बाजार को उम्मीद है कि व्यक्तिगत कर में कटौती और रोजगार सृजन से खपत बढ़ेगी। राजकोषीय घाटे में कटौती करके लेकिन बुनियादी ढांचे पर खर्च को बढ़ावा देना जारी रखते हुए सरकार कंसोलीडेशन से गुजर रहे बाजार में रिकवरी का रास्ता खोल सकती है।

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