Get App

Capital Expenditure : कंपनियों के पास कैश की भरमार, कैपेक्स बढ़ाने के लिए उनको किस बात का है इंतजार?

Capital Expenditure : डिमांड में अनिश्चितता से नए कैपेक्स को लेकर कंपनियां सतर्क दिख रही हैं। 3,611 लिस्टेड कंपनियों के कैश में सालाना आधार पर 15 फीसदी का उछाल देखने को मिला है। वित्त वर्ष 2020 के मुकाबले कंपनियों के कैश में 50 फीसदी का उछाल देखने को मिला है

Edited By: Sudhanshu Dubeyअपडेटेड Jun 10, 2025 पर 10:36 AM
Capital Expenditure : कंपनियों के पास कैश की भरमार, कैपेक्स बढ़ाने के लिए उनको किस बात का है इंतजार?
ग्लोबल आर्थिक कमजोरी और ट्रेड वॉर के चलते कंपनियां रिस्क लेने से बच रही हैं। टैरिफ की टेंशन से एक्सपोर्ट रेवेन्यू पर असर पड़ने की आशंका है

Capital Expenditure :  IT, ऑटोमोबाइल, मेटल या फिर फार्मा,किसी भी सेक्टर की बात कर लीजिए, आप पाएंगे कि हर सेक्टर की कंपनियां ढेरों कैश पर बैठी हैं फिर भी कैपेक्स में सुस्ती है। ऐसी हालात क्यों बनी हुई है,यह सोचने का विषय है। 3,611 लिस्टेड कंपनियों के वित्त वर्ष 2025 तक के कैश आंकड़ों पर नजर डालें तो इनके पास कुल 10 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का कैश था। इनके कैश पाइल में सालाना आधार पर 15 फीसदी का उछाल देखने को मिला है। कंपनियों के पास कैश की भरमार है। फिर भी हमें कैपेक्स का इंतजार करना पड़ रहा है।

इसकी वजह पर नजर डालें तो डिमांड में अनिश्चितता से नए कैपेक्स को लेकर कंपनियां सतर्क दिख रही हैं। 3,611 लिस्टेड कंपनियों के कैश में सालाना आधार पर 15 फीसदी का उछाल देखने को मिला है। वित्त वर्ष 2020 के मुकाबले कंपनियों के कैश में 50 फीसदी का उछाल देखने को मिला है।

लिस्टेड कंपनियां के पास कितना कैश

लिस्टेड कंपनियां के पास कितना कैश है इसकी पड़ताल करें तो वित्त वर्ष 2020 में लिस्टेड कंपनियां के पास 5.5 लाख करोड़ रुपए कैश था। जो वित्त वर्ष 2024 में बढ़कर 9.26 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गया। वित्त वर्ष 2025 में लिस्टेड कंपनियों का कैश स्तर बढ़ कर 10.67 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गया।

सब समाचार

+ और भी पढ़ें