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Daily Voice : RBI अक्टूबर में दरों में नहीं करेगा बढ़त, कच्चे तेल की बढ़ती कीमतें चिंता की बात

Daily Voice : निशित ने कहा कि दुनिया की दूसरी अर्थव्यवस्थाओं की तुलना में बेहतर ग्रोथ आउटलुक के कारण भारत दुनिया में सबसे महंगे बाजारों में से एक बना हुआ है। भारतीय बाजार फिलहाल दूसरे उभरते बाजारों के मुकाबले करीब 75 फीसदी प्रीमियम पर कारोबार कर रहा है। जबकि इसका लॉन्ग टर्म एवरेज प्रीमियम 40 फीसदी रहा है

MoneyControl Newsअपडेटेड Sep 21, 2023 पर 12:16 PM
Daily Voice : RBI अक्टूबर में दरों में नहीं करेगा बढ़त, कच्चे तेल की बढ़ती कीमतें चिंता की बात
Daily Voice : डिफेंस शेयरों पर अपनी राय देते हुए निशित मास्टर ने कहा कि उनको डिफेंस स्टॉक पसंद । ये स्टॉक भारत की ग्रोथ स्टोरी के साथ जुड़े हुए हैं। लेकिन वर्तमान में डिफेंस शेयरों का वैल्यूएशन काफी महंगा दिख रहा है

Daily Voice : मेरा मानना है कि आरबीआई अपनी अक्टूबर पॉलिसी मीट में ब्याज दरों में बढ़ोतरी पर विराम लगाए रखने की नीति पर कायम रहेगा। बाजार के लिए कच्चे तेल की कीमतों में बढ़त बड़ी परेशानी साबित हो सकता है। ब्रेंट का भाव 90 डॉलर प्रति बैरल का स्तर पार कर चुका है। ये बाजार के लिए चिंता की बात है। महंगाई रोकने की नीति के तहत आरबीआई की नजरें कच्चे तेल की कीमतों पर बनीं रहेंगी। ये बातें एक्सिस सिक्योरिटीज पीएमएस के पोर्टफोलियो मैनेजर निशित मास्टर ने मनीकंट्रोल के साथ एक साक्षात्कार में कही हैं। फाइनेंशियल सर्विसेज इंडस्ट्री में 18 सालों से ज्यादा के अनुभव के साथ, निशित का कहना है कि महंगे वैल्यूएशन को देखते हुए मौजूदा स्तरों पर स्मॉल और मिडकैप शेयरों में खरीदारी करते समय सावधानी बरतने की जरूरत है।

भारत दुनिया के सबसे महंगे बाजारों में से एक, लेकिन बबल नहीं

भारतीय बाजारों पर बात करते हुए निशित ने कहा कि दुनिया की दूसरी अर्थव्यवस्थाओं की तुलना में बेहतर ग्रोथ आउटलुक के कारण भारत दुनिया में सबसे महंगे बाजारों में से एक बना हुआ है। भारतीय बाजार फिलहाल दूसरे उभरते बाजारों के मुकाबले करीब 75 फीसदी प्रीमियम पर कारोबार कर रहा है। जबकि इसका लॉन्ग टर्म एवरेज प्रीमियम 40 फीसदी रहा है। अगर एक साल आगे के नजरिए से देखें तो निफ्टी अपने एक साल आगे के अर्निंग के 20 गुना पर कारोबार कर रहा है, जबकि इसका दीर्घकालिक औसत 18 गुना है। हालांकि मौजूदा मार्केट मल्टिपल लॉन्ग टर्म औसत से ज्यादा है। लेकिन अभी भी ये बबल जोन में नहीं है। बाजार में फिलहाल स्मॉल और मिडकैप सेक्टर में फुलाव दिख रहा है। ऐसे में स्मॉल और मिडकैप में निवेश करते समय सावधानी बरतने की जरूरत है।

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