छह महीनों से कम समय में इंडियन स्टॉक मार्केट की पूरी तस्वीर बदल गई है। सितंबर के अंत में ऑल टाइम हाई पर पहुंच चुके सूचकांक फिसलते जा रहे हैं। विदेशी संस्थागत निवेशक (एफएफआई) सितंबर के आखिर से अब तक इंडियन मार्केट में 2.5 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की बिकवाली कर चुके हैं। इससे उनके एसेट्स अंडर कस्टडी (एयूसी) में बड़ी गिरावट आई है। इस गिरावट में उनकी बिकवाली और मार्केट में गिरावट दोनों का हाथ है। खास बात यह है कि दूसरी कैटेगरी के इनवेस्टर्स के एयूसी में और भी ज्यादा गिरावट आई है। इनमें हिंदू अविभाजित परिवार (एचयूएफ), ब्रोकर्स, पार्टनरशिप फर्म, फॉरेन करेंसी कनवर्टिबल बॉन्ड्स (एफसीसीबी) होल्डर्स और दूसरे फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस शामिल हैं।
