1 जुलाई को खत्म हुए पूरे हफ्ते में बाजार कंसोलीडेशन के मोड में रहा। भारी उतार-चढ़ाव के बीच इस हफ्ते बाजार हल्की बढ़त के साथ बंद हुआ है। गिरता रुपया, एफआईआई की लगातार बिकवाली, जून महीने के मजबूत ऑटो बिक्री आंकड़े, दूसरा सबसे बड़ा मासिक जीएसटी कलेक्शन आंकड़ा, मिले-जुले ग्लोबल संकेत और डाओ जोंस के 1962 के बाद का सबसे खराब हफ्ता रहना, ये सब इस हफ्ते के हाईलाइट्स रहे।
