तेजी से बढ़ती महंगाई, सुस्त ग्रोथ, और बढ़ते कर्ज के साथ-साथ वैश्विक बाजारों को एक और वजह से तगड़ा झटका लग रहा है और वह वजह है-जियो पॉलिटिल रिस्क। डराने वाली बात ये है कि युद्ध, प्रतिबंध, कूटनीतिक गतिरोध और कारोबारी विवाद अब केवल कूटनीतिक बातचीत के मुद्दे नहीं रह गए हैं, बल्कि वे सीधे तौर पर एसेट की कीमतों को प्रभावित कर रहे हैं और वित्तीय प्रणाली पर दबाव डाल रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की लेटेस्ट ग्लोबल फाइनेंशियल स्टेबिलिटी रिपोर्ट के अनुसार भू-राजनीतिक तनाव कई दशकों के रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक युद्धों और कारोबारी रुकावटों के चलते शेयरों की कीमतें गिर रही हैं और उधारी की लागत बढ़ रही है। इसका भी झटका सबसे अधिक उभरती बाजारों में दिख रहा है।