इंडसइंड बैंक को फाइनेंशियल ईयर 2024-25 की चौथी तिमाही में 2,329 करोड़ का लॉस हुआ है। इसकी बड़ी वजह यह है कि बैंक ने मार्च 2025 से हुए सभी अकाउंटिंग लैप्सेज के असर को चौथी तिमाही के नतीजों में शामिल किया है। लैप्सेज को अकाउंटिंग में शामिल करने का मतलब यह है कि इससे जुड़े इंटरेस्ट इनकम को बैंक को रिवर्स करना पड़ा। इससे बैंक के मार्जिन में तेज गिरावट आई। बैंक की अन्य आय घट गई और उसका नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स घट गया।