Get App

Infosys Share Buyback: ₹18000 करोड़ के ऑफर के लिए रिकॉर्ड डेट हुई फिक्स

Infosys Share Buyback: शेयर बायबैक प्रोग्राम में कंपनी ओपन मार्केट से अपने शेयर वापस खरीदती है। कंपनी में सितंबर 2025 के आखिर तक प्रमोटर्स के पास 14.30 प्रतिशत हिस्सेदारी थी। इंफोसिस देश की दूसरी सबसे बड़ी IT सर्विसेज कंपनी है

Edited By: Ritika Singhअपडेटेड Nov 07, 2025 पर 4:05 PM
Infosys Share Buyback: ₹18000 करोड़ के ऑफर के लिए रिकॉर्ड डेट हुई फिक्स
यह Infosys का अब तक का सबसे बड़ा शेयर बायबैक होगा।

IT कंपनी इंफोसिस (Infosys) ने अपने 18000 करोड़ रुपये के शेयर बायबैक के लिए रिकॉर्ड डेट का ऐलान कर दिया है। यह 14 नवंबर 2025 फिक्स की गई है। इस तारीख तक जिन शेयरधारकों के नाम शेयरों के लाभार्थी मालिकों के तौर पर रजिस्टर ऑफ मेंबर्स ऑफ द कंपनी या डिपॉजिटरीज के रिकॉर्ड्स में होंगे, वे बायबैक में हिस्सा ले सकेंगे। यह कंपनी का अब तक का सबसे बड़ा शेयर बायबैक होगा। इससे पहले अक्टूबर में इंफोसिस ने शेयर बाजारों को बताया था कि नंदन नीलेकणि, एनआर नारायण मूर्ति, सुधा मूर्ति और अन्य समेत कंपनी के प्रमोटर शेयर बायबैक में हिस्सा नहीं लेंगे।

शेयर बायबैक प्रोग्राम में कंपनी ओपन मार्केट से अपने शेयर वापस खरीदती है। ऐसा करने से बाजार में शेयरों की संख्या घट जाती है, जिससे बचे हुए शेयरों की वैल्यू बढ़ सकती है और कंपनी की प्रति शेयर आय में सुधार होता है। प्रमोटर्स का शेयर बायबैक में हिस्सा न लेने का मतलब है कि वे अपने शेयर कंपनी को वापस नहीं करेंगे। इससे यह संकेत मिलता है कि उन्हें कंपनी के भविष्य पर भरोसा है और वे अपने शेयर बनाए रखना चाहते हैं।

जब किसी कंपनी के प्रमोटर्स शेयर बायबैक में हिस्सा नहीं लेते, तो रिटेल निवेशकों के ज्यादा शेयर स्वीकार होने की संभावना बढ़ जाती है। इसके अलावा यह भी संकेत बाजार को जाता है कि कंपनी के पास पर्याप्त कैश है और उसकी वित्तीय स्थिति मजबूत है। लॉन्ग टर्म में शेयर की कीमत बढ़ने की उम्मीद है।

किस भाव पर होगा Infosys बायबैक

सब समाचार

+ और भी पढ़ें