इनवेस्टर्स की नजरें अगले हफ्ते विदेशी संकेतों पर रहेंगी। इसमें केंद्रीय बैंकों के फैसले और कमेंटरी और विदेशी फंडों का निवेश अहम होंगे। बीते हफ्ते इंडिया में जीडीपी के आंकड़े उम्मीद से कम रहे, जीएसटी कलेक्शन का डेटा मजबूत रहा और ऑटो सेल्स के आंकड़े मिलेजुले रहे।
