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Market outlook : संवत 2082 में भारतीय शेयर बाजार का प्रदर्शन मजबूत रहने की उम्मीद, अर्निंग ग्रोथ से मिल रहे शुभ संकेत

Market outlook : कंपनियों के मुनाफे में दोहरे अंकों की बढ़त की संभावना के साथ, भारत का इक्विटी मार्केट एक मजबूत मोड़ की ओर बढ़ता दिख रहा है

MoneyControl Newsअपडेटेड Oct 15, 2025 पर 11:55 AM
Market outlook : संवत 2082 में भारतीय शेयर बाजार का प्रदर्शन मजबूत रहने की उम्मीद, अर्निंग ग्रोथ से मिल रहे शुभ संकेत
Equity market : ट्रेड तनाव कम होने, ऑर्टिफिशियल इंटेलीजेंस से जुड़ी उम्मीदों और यूएस फेड की तरफ से दरों में कटौती की संभावना के दम पर जोखिम उठाने की भावना को बल मिला है। इसके चलते दुनिया भर के शेयर बाजारों में तेजी देखने को मिली है

Market outlook : मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि ग्लोबल बाजार में लगातार बनी दिक्कतों और अमेरिका-चीन व्यापार संबंधों में नए सिरे से तनाव के बावजूद, भारत का इक्विटी बाजार संवत 2082 में मजबूत प्रदर्शन के लिए तैयार हैभारतीय बाजारों के मजबूत कॉर्पोरेट आय, अच्छी घरेलू मांग और नीति में निरंतरता का सपोर्ट हासिल है

वित्त वर्ष 2026 की तीसरी तिमाही से कंपनियों की कमाई में तेज़ी आने की उम्मीद हैवहीं, वित्त वर्ष 2027 में इसमें दोहरे अंकों की बढ़त की संभावना हैकंपनियों को हेल्दी क्रेडिट ग्रोथ, मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर में सुधार और बुनियादी ढांचे में बढ़ते निवेश का फायदा मिलेगाएक्सपर्ट्स का कहना है कि इन फैक्टर्स के चलते सभी सेक्टरों के मुनाफे में बढ़त की उम्मीद है

हालांकि भू-राजनीतिक तनाव और कमोडिटी की कीमतों में उतार-चढ़ाव के कारण शॉर्ट टर्म में वोलैटिलिटी जारी रह सकती है, लेकिन भारत के मजबूत घरेलू विकास, बेहतर अर्निंग आउटलुक और सरकार की नितियों में स्थिरता के चलते बाजार का मिड टर्म आउटलुक अच्छा बना हुआ है

घरेलू निवेशकों से बाजार को मिलेगा मजबूत सपोर्ट

संवत 2081 में, भारी विदेशी बिकवाली और महंगे वैल्यूएशन के बावजूद, अच्छे घरेलू निवेश के कारण भारतीय शेयर बाज़ार मज़बूत रहेपिछले 12 महीनों में अकेले सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIPs) ने 2.5 लाख करोड़ रुपये से ज़्यादा का निवेश जुटाया, जिससे विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) की भारी निकासी की भरपाई हो गई

बाजार जानकार इस मजबूती का श्रेय मज़बूत सरकारी और निजी पूंजीगत व्यय, औद्योगिक क्षेत्र में हुए सुधार, ग्रामीण क्षेत्रों की मांग में सुधार के शुरुआती संकेतों के साथ-साथ शहरी मांग में बनी मजबूती को दे रहे हैंग्लोबल अनिश्चितता के बीच महंगाई पर नियंत्रण और राजनीतिक स्थिरता ने निवेशकों के सेंटीमेंट को और मज़बूत किया है

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