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Market outlook : 50 से ज्यादा स्मॉलकैप शेयरों ने दिया डबल डिजिट रिटर्न, जानिए अगले हफ्ते कैसी रह सकती है बाजार की चाल

Market outlook : किसी भी पॉजिटिव ट्रिगर के अभाव और एफआईआई की लगातार बिकवाली के कारण बाजार कंसोलीडेट हो रहा है। बाजार की नजर अब फेड चेयरमैन पॉवेल के भाषण और अगले हफ्ते आने वाले तमाम अहम ग्लोहल मैक्रो डेटा पर लगी हुई है। उम्मीद है कि अगले हफ्ते भी घरेलू और ग्लोबल बाजार दबाव में रहेंगे। साथ ही आरबीआई गुरुवार को अपनी बैठक के मिनट्स जारी करेगा

Curated By: Sudhanshu Dubeyअपडेटेड Aug 19, 2023 पर 11:43 AM
Market outlook : 50 से ज्यादा स्मॉलकैप शेयरों ने दिया डबल डिजिट रिटर्न, जानिए अगले हफ्ते कैसी रह सकती है बाजार की चाल
Market outlook : कोटक सिक्योरिटीज के अमोल अठावले का कहना है कि तेजड़ियों के लिए 19400 के स्कर पर एक बड़ा प्रतिरोध नजर आ रहा है। अग ये बाधा टूट जाती है तो फिर निफ्टी इसके ऊपर 19450-19500 तक जा सकता है।

Market outlook : 8 अगस्त को खत्म हुए कारोबारी हफ्ते में लगातार चौथे हफ्ते कमजोरी देखने को मिली। कमजोर मानसून, रुपए में कमजोरी और भारत में बढ़ती महंगाई कुछ ऐसे कारण रहे जिन्होंने बाजार का मूड खराब कर दिया। इसके अलावा डॉलर में बढ़ोतरी, यूएस फेड की तरफ से दरों में बढ़त की आशंका और चीन में कमजोर पड़ती महंगाई ने भी बाजार का मूड खराब कर दिया। इस हफ्ते सेंसेक्स 0.57 फीसदी या 373.99 अंक गिरकर 64948.66 पर और निफ्टी 0.60 फीसदी या 118.1 अंक गिरकर 19310.20 पर बंद हुआ। ब्रॉडर मार्केट की बात करें तो बीएसई स्मॉल-कैप इंडेक्स सपाट नोट पर बंद हुआ था। जबकि बीएसई लार्ज-कैप इंडेक्स 0.7 फीसदी गिरकर बंद हुआ। वहीं, मिड-कैप इंडेक्स 0.5 फीसदी कमजोरी लेकर बंद हुआ। बाजार में गिरावट के बावजूद 50 से ज्यादा स्मॉलकैप ने डबल डिजिट रिटर्न दिया।

कोटक सिक्योरिटीज के श्रीकांत चौहान का कहना है कि अधिकांश ग्लोबल इक्विटी बाजारों में कमजोरी के बीच इस हफ्ते सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट आई। इस हफ्ते बीएसई मिड-कैप और बीएसई स्मॉल-कैप इंडेक्स में कुछ कमजोरी देखने को मिली। सेक्टोरल इंडेक्सों पर नजर डालें तो अधिकांश इंडेक्सों ने निगेटिव रिटर्न दिया है। इसमें बीएसई मेटल्स,बीएसई एनर्जी और बीएसई ऑयल एंड गैस जैसे अहम इंडेक्स शामिल हैं। भारत के अधिकांश हिस्सों में मानसून की स्थिति कमजोर बनी हुई है। जिसके जिसके चलते अगस्त में मानसून कमजोर रहा है। सब्जियों की ऊंची कीमतों के कारण जुलाई 2023 में भारत की खुदरा महंगाई बढ़कर 7.4 फीसदी (जून 2023 में 4.8% से) हो गई है। इस हफ्ते ब्रेंट क्रूड की कीमत में कुछ नरमी आई है। लेकिन अभी भी ये हाई लेवल पर है। Q1FY24 के नतीजों में उपभोग मांग में कमजोरी देखने को मिली है। हालांकि,निवेश मांग में मजबूती बनी हुई है। इसके अलावा, Q1FY24 के नतीजों में कंपनियों के मुनाफे में सुधार दिखा है।

अलग-अलग सेक्टर्स की बात करें तो बीएसई मेटल इंडेक्स में 4 फीसदी की गिरावट आई। वहीं, बीएसई टेलीकॉम इंडेक्स में 2 फीसदी की गिरावट आई। जबकि बीएसई ऑयल एंड गैस इंडेक्स में 1.2 फीसदी की गिरावट आई। दूसरी तरफ बीएसई पावर इंडेक्स में 0.5 फीसदी की बढ़ोतरी हुई।

बीएसई स्मॉल-कैप इंडेक्स सपाट नोट पर बंद हुआ। हिंदुस्तान ऑयल एक्सप्लोरेशन कंपनी, रिको ऑटो, श्री रायलसीमा हाई स्ट्रेंथ, लॉयड्स स्टील्स इंडस्ट्रीज, यूनिवर्सल केबल्स, जीई पावर इंडिया, पिक्स ट्रांसमिशन और ग्लोबस स्पिरिट्स में 12-32 फीसदी की गिरावट देखने को मिली। हालांकि, डीबी रियल्टी, कोचीन शिपयार्ड, बीएफ यूटिलिटीज, गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स, डिजीस्पाइस टेक्नोलॉजीज, टेक्नोक्राफ्ट इंडस्ट्रीज (इंडिया), डीदेव प्लास्टिक्स इंडस्ट्रीज, बालाजी टेलीफिल्म्स, जॉनसन कंट्रोल्स-हिताची एयर कंडीशनिंग इंडिया में 21-42 फीसदी की बढ़त देखने को मिली।

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