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Metals Sector Q2 Preview: मेटल कंपनियों पर पड़ेगी कीमतों में गिरावट और एक्सपोर्ट ड्यूटी की दोहरी मार

Kotak Institutional Equities का कहना है कि सितंबर तिमाही में Hindustan Zinc की एबिटडा में सालाना आधार पर 29 फीसदी की गिरावट देखने को मिल सकती है

Edited By: Sudhanshu Dubeyअपडेटेड Oct 12, 2022 पर 5:42 PM
Metals Sector Q2 Preview: मेटल कंपनियों पर पड़ेगी कीमतों में गिरावट और एक्सपोर्ट ड्यूटी की दोहरी मार
कमोडिटी की कीमतों मे गिरावट के चलते सितंबर तिमाही में Vedanta के एबिटडा में सालाना और तिमाही दोनों आधार पर 33 फीसदी की गिरावट देखने को मिल सकती है

Metals Sector Q2 Preview: सितंबर तिमाही में मेटल शेयरों को घरेलू मार्केट में कीमतों में आई गिरावट और मई में सरकार द्वारा लगाए गए एक्सपोर्ट ड्यूटी की दोहरी मार सहनी पड़ी है। ग्लोबल मार्केट में कमोडिटी की कीमतों में गिरावट के चलते घरेलू बाजार में भी कमोडिटी को मार पड़ी है।

मेटल सेक्टर में स्टील एक ऐसा सेक्टर है जिस पर सबसे ज्यादा दबाव देखने को संभावना है। बता दें कि मई के आखिरी हफ्ते से ही स्टील की कीमतों में गिरावट शुरु हुई थी। मई के आखिरी हफ्ते में एक्सपोर्ट ड्यूटी लगाए जाने के बाद से स्टील की कीमतों में तिमाही आधार पर 15-22 फीसदी की गिरावट देखने को मिली। इसके अलावा स्टील इंडस्ट्री पर उत्पादन लागत बढ़ने का प्रभाव भी देखने को मिल रहा है। तमाम ग्लोबल मैक्रो चुनौतियां , ग्लोबल इकोनॉमिक आउटलुक पर दबाव बना रही है। ऐसे में सितंबर 2022 को खत्म हुई तिमाही में मेटल कंपनियों के नतीजे कमजोर रहने की संभावना है।

अलग-अलग कंपनियों पर नजर डालें तो Elara Capital की एक रिपोर्ट के मुताबिक सितंबर तिमाही में JSW Steel के वॉल्यूम में सालाना आधार पर 27 फीसदी की बढ़त देखने को मिल सकती है जबकि Tata Steel, Jindal Steel & Power Ltd और SAIL के वॉल्यूम में सालाना आधार पर 4-14 फीसदी की गिरावट देखने को मिल सकती है। इन कंपनियों की वॉल्यूम ग्रोथ तिमाही दर तिमाही आधार पर 7-17 फीसदी के बीच रह सकती है।

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