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Mid-day Mood : दिग्गज शेयरों में हुई बढ़त, सेंसेक्स-निफ्टी को शुरुआती नुकसान से उबरने में मिली मदद

Mid-day Mood : दिन के निचले स्तर 63431.45 और 18940 तक गिरने के बाद 12.45 बजे दोपहर के आसपास सेंसेक्स 254.61 अंक या 0.40 फीसदी बढ़कर 64033.12 पर और निफ्टी 68 अंक या 0.35 फीसदी बढ़कर 19115 पर नजर आ रहा था। बाजार में रिकवरी के साथ ही। बढ़ने वाले शेयरों की संख्या गिरने वाले शेयरों की तुलना में ज्यादा हो गई है। लगभग 1681 शेयरों में बढ़त देखने को मिल रही थी। वहीं, 1456 शेयरों में गिरावट थी

MoneyControl Newsअपडेटेड Oct 30, 2023 पर 1:18 PM
Mid-day Mood : दिग्गज शेयरों में हुई बढ़त, सेंसेक्स-निफ्टी को शुरुआती नुकसान से उबरने में मिली मदद
बाजार में ओवरसोल्ड स्थिति के चलते निफ्टी में उछाल देखने को मिला है। लेकिन इस तेजी के जारी रहने के लिए स्थितियां अनुकूल नहीं हैं

Mid-day Mood : रिलायंस इंडस्ट्रीज, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस), एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक जैसे हेवीवेट काउंटरों में बढ़त के कारण, इक्विटी बेंचमार्क सेंसेक्स-निफ्टी 30 अक्टूबर को शुरुआती नुकसान से उबर कर दोपहर के कारोबारी सत्र में बढ़त के साथ कारोबार कर रहे हैं। कमजोर एशियाई संकेतों और अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में बढ़त की चिंताओं के बीच भारतीय बाजार की आज कमजोर शुरुआत हुई थी। निचले स्तरों से आई बारगेन बाइंग के चलते बाजार में रिकवरी में मदद मिली। बता दें कि 6 दिनों की लगातार गिरावट के बाद 27 अक्टूबर को भी बाजार में उछाल देखने को मिला था।

दिन के निचले स्तर 63431.45 और 18940 तक गिरने के बाद 12.45 बजे दोपहर के आसपास सेंसेक्स 254.61 अंक या 0.40 फीसदी बढ़कर 64033.12 पर और निफ्टी 68 अंक या 0.35 फीसदी बढ़कर 19115 पर नजर आ रहा था। बाजार में रिकवरी के साथ ही। बढ़ने वाले शेयरों की संख्या गिरने वाले शेयरों की तुलना में ज्यादा हो गई है। लगभग 1681 शेयरों में बढ़त देखने को मिल रही थी। वहीं, 1456 शेयरों में गिरावट थी। जबकि 138 शेयरों में कोई बदलाव नहीं देखने को मिला था।

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के वी के विजयकुमार का कहना है कि बाजार में ओवरसोल्ड स्थिति के चलते निफ्टी में उछाल देखने को मिला है। लेकिन इस तेजी के जारी रहने के लिए स्थितियां अनुकूल नहीं हैं। क्योंकि निवेशकों और ट्रेडरों में जोखिम से बचने का मूड बना हुआ है। गाजा में इजराइल के ग्राउंड ऑपरेशन के शुरू होने के साथ ही इस लड़ाई में अब क्या होगा कुछ कहा नहीं जा सकता। इसके अलावा अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में बढ़त भी बाजार का मूड खऱाब कर रही है। महंगाई के लक्ष्य की ऊपर बने रहे और इकोनॉमी में मजबूती के चलते यूएस फेड अपनी नीतियों में कड़ा रुख बनाए रख सकता है।

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