बेंचमार्क सूचकांक निफ्टी और सेंसेक्स ने 18 नवंबर के कारोबार की शुरुआत तो हरे निशान में की लेकिन कुछ ही देर बाद लाल निशान में आ गए। इसके चलते शेयर बाजारों में लगातार सातवें कारोबारी सत्र में गिरावट जारी है। रिटेल सेल्स और इंपोर्ट प्राइसेज में वृद्धि के बाद अमेरिकी ब्याज दरों में कटौती की धीमी गति को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं। इनवेस्टर सतर्क रुख अपना रहे हैं। अप्रोच "गिरावट पर खरीद" से "बढ़त पर बिक्री" में बदल गई है, जिसकी वजह शेयर बाजारों का हाल ही में अपने पीक से 10 प्रतिशत की गिरावट देखना है।