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Rulka Electricals IPO Listing: 123% प्रीमियम पर शेयरों का सफर शुरू, धांसू लिस्टिंग के बाद अपर सर्किट

Rulka Electricals IPO Listing: रुल्का इलेक्ट्रिकल्स एक इलेक्ट्रिकल और फायर-फाइटिंग सॉल्यूशंस कंपनी है। इसके आईपीओ को निवेशकों का तगड़ा रिस्पांस मिला था और अब आज शेयरों की NSE SME पर एंट्री हुई। आईपीओ के तहत नए शेयर जारी हुए हैं और ऑफर फॉर सेल के तहत भी शेयर बिके हैं। चेक करें कंपनी की कारोबारी सेहत और आईपीओ के पैसों का कैसे इस्तेमाल होगा?

Edited By: Moneycontrol Newsअपडेटेड May 24, 2024 पर 4:31 PM
Rulka Electricals IPO Listing: 123% प्रीमियम पर शेयरों का सफर शुरू, धांसू लिस्टिंग के बाद अपर सर्किट
Rulka Electricals IPO Listing: रुल्का इलेक्ट्रिकल्स का ₹26.40 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 16-21 मई तक खुला था। आज इसके शेयरों की लिस्टिंग हुई है।

Rulka Electricals IPO Listing: इलेक्ट्रिकल और फायर-फाइटिंग सॉल्यूशंस कंपनी रुल्का इलेक्ट्रिकल्स (Rulka Electricals) के शेयरों की आज NSE के SME प्लेटफॉर्म पर धांसू एंट्री हुई। इसके आईपीओ को ओवरऑल 676 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत 235 रुपये के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज NSE SME पर इसकी 525.00 रुपये पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को 123.40 फीसदी का लिस्टिंग गेन (Rulka Electricals Listing Gain) मिला। लिस्टिंग के बाद शेयर और ऊपर चढ़े। उछलकर यह 551.25 रुपये (Rulka Electricals Share Price) के अपर सर्किट पर पहुंच गया। हालांकि फिर मुनाफावसूली के दबाव में यह टूटकर 498.75 रुपये के लोअर सर्किट पर आ गया और इसी पर बंद भी हुआ यानी कि आईपीओ निवेशक अब 112.23 फीसदी मुनाफे में हैं।

Rulka Electricals IPO को मिला था तगड़ा रिस्पांस

रुल्का इलेक्ट्रिकल्स का ₹26.40 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 16-21 मई तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का जबरदस्त रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 676.83 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 204.22 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 1,350.15 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 658.32 गुना भरा था।

इस आईपीओ के तहत 8,42,400 नए शेयर जारी हुए हैं। इसके अलावा 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 2,80,800 शेयरों की ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत बिक्री हुई है। ऑफर फॉर सेल का पैसा तो शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को मिलेगा। वहीं नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने, आम कॉरपोरेट उद्देश्यों और इश्यू से जुड़े खर्चों को भरने में करेगी।

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