तीन राज्यों के चुनावों में भाजपा के क्लीन स्वीप के बाद मार्सेलस इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स की स्थापना करने वाले सौरभ मुखर्जी का कहना है कि विदेशी संस्थागत निवेशक भारत की ओर फिर से रुख कर रहे रहे हैं। अगले 12 महीनों में इनकी तरफ से तेजी से निवेश होना शुरू हो जाएगा। मनीकंट्रोल से हुई बातचीत में उन्होंने कहा कि "यह काफी साफ है कि भाजपा की हैट-ट्रिक का मतलब यहा कि लगभग पूरा हिंदी भाषी बेल्ट उनका है। अभी की स्थिति में देखें तो 2024 के आम चुनाव को लेकर बाजार के लिए कोई जोखिम नहीं दिख रहा है। इसका मतलब है कि अगले 12 महीनों में एफआईआई का पैसा देश में आएगा"।