लगातार 7 हफ्तों तक बाजार के चढ़ने के बाद अब बुल्स थके नजर आ रहे हैं। न सिर्फ बजट से मार्केट को निराशा हुई है बल्कि उसे यह भी लगा है कि मार्केट का सेंटिमेंट पॉलिसी बनाने वालों की प्राथमिकता में शामिल नहीं है। लगातार चार सत्र की गिरावट के बाद भी बाजार के प्रमुख सूचकांकों में मुश्किल से 1.5 फीसदी गिरावट आई है। निर्मल बंग इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज के सीईओ राहुल अरोड़ा का कहना है कि पहली नजर में देखने पर टैक्स बढ़ाने का फैसला निगेटिव लगता है। लेकिन, बजट के दिन गिरने के बाद मार्केट में जिस तरह से रिकवरी आई उससे ऐसा लगता है कि निवेशक खरीदारी करने के लिए तैयार हैं।