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Short Call: क्या घरेलू निवेशक भी बिकवाली शुरू कर सकते हैं? जानिए Nykaa और NTPC क्यों सुर्खियों में हैं

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद टैरिफ को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है। इधर, अक्टूबर में रिटेल इनफ्लेशन बढ़कर 6.21 फीसदी हो गया है, जो 14 महीनों में सबसे ज्यादा है। इससे आरबीआई के इंटरेस्ट रेट में जल्द कमी करने की उम्मीद घट गई है

MoneyControl Newsअपडेटेड Nov 14, 2024 पर 11:14 AM
Short Call: क्या घरेलू निवेशक भी बिकवाली शुरू कर सकते हैं? जानिए Nykaa और NTPC क्यों सुर्खियों में हैं
Nifty अपने 200-डे मूविंग एवरेज (200-DMA) के करीब आ गया है। एनालिस्ट्स का कहना है कि यह काफी ज्यादा ओवरसोल्ड है।

निफ्टी में 13 नवंबर को बड़ी गिरावट आई। इससे यह सितंबर के अपने सबसे हाई लेवल से 10 फीसदी से ज्यादा गिर चुका है। इस दौरान विदेशी निवेशकों की बिकवाली के बीच घरेलू निवेशकों ने मार्केट को सहारा दिया है। 27 सितंबर को चीन में राहत पैकेज के ऐलान के बाद विदेशी निवेशकों ने चीन के मार्केट में निवेश करना शुरू किया है। इस महीने की शुरुआत में अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत का असर भी विदेशी निवेश पर पड़ा है। इधर, दूसरी तिमाही में कंपनियों की कमजोर अर्निंग्स ग्रोथ ने भी मूड बिगाड़ने का काम किया है। पिछले डेढ़ महीने में विदेशी निवेशकों ने इंडियन मार्केट में रिकॉर्ड बिकवाली की है।

Nifty अपने 200-डे मूविंग एवरेज (200-DMA) के करीब आ गया है। एनालिस्ट्स का कहना है कि यह काफी ज्यादा ओवरसोल्ड है। जेपी मॉर्गन के एनालिस्ट ने कहा है कि चीन में जब तक बड़े राहत पैकेज का ऐलान नहीं हो जाता है, तब तक उभरते बाजारों में कमजोरी बनी रह सकती है। खासकर, ट्रंप की जीत के बाद टैरिफ को लेकर अनिश्चितितता की स्थिति बनी हुई है। इधर, अक्टूबर में रिटेल इनफ्लेशन बढ़कर 6.21 फीसदी हो गया है, जो 14 महीनों में सबसे ज्यादा है। इससे RBI के जल्द इंटरेस्ट रेट घटाने की उम्मीद कम हो गई है। एनालिस्ट्स और ब्रोकरेज फर्में पहले से इंडियन मार्केट्स की वैल्यूएशन ज्यादा बताती आ रही है।

अब सवाल है कि क्या अब तक बाजार को सहारा देने वाले घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) के रुख में भी बदलाव आ सकता है या वे गिरावट के इस मौके का इस्तेमाल खरीदारी के लिए करते रहेंगे?

FSN e-Commerce Ventures (Nykaa)

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