भारतीय बाजार में एक और वोलेटाइल सेशन देखने को मिला। लेकिन इस उठापटक के बावजूद बाजार हरे निशान में बंद होने में कामयाब रहा। पॉजिटिव ग्लोबल संकेतों से बाजार को सपोर्ट मिला लेकिन 12 सितंबर को आने वाले महंगाई आंकड़ों के ऊंचे स्तर पर रहने की आशंका के चलते बाजार काफी ऊपर-नीचे होता रहा।