Market Trade setup : निफ्टी में 30 जुलाई को रेंजबाउंड ट्रेडिंग देखने को मिली। कारोबार के अंत में यह 34 अंकों की मामूली बढ़त के साथ बंद हुआ। 31 जुलाई को होने वाले मंथली एफएंडओ एक्सपायरी और एफओएमसी की बैठक के नतीजे से पहले बाजार सतर्क नजर आया। एफओएमसी की बैठक में ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया। निफ्टी 50-डे ईएमए (24,950) और 100-डे ईएमए (लगभग 24,600) के अंदर रहा। यह जोन आगामी कारोबारी सत्रों में अहम रेजिस्टेंस और सपोर्ट स्तर के रूप में कार्य कर सकता है। अगर निफ्टी भारत पर ट्रंप के 25 फीसदी टैरिफ के झटके के बीच 24,650-24,600 के सपोर्ट ज़ोन को बचाने में नाकाम रहता है, तो मंदड़ियों का बोलबाला सकता है। हालांकि, बाजार जानकारों का कहना है कि ऊपरी स्तर पर 24,950 को पार करने से 25,150-25,250 के लिए रास्ता खुल सकता है
