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महंगे होने वाले हैं चाय, बिस्किट, तेल, शैंपू जैसे रोजमर्रा के सामान! FMCG कंपनियां बढ़ा सकती हैं दाम

अगर कंपनियों के लिए कच्चे माल की लागत को मैनेज करना मुश्किल हुआ तो कीमतों में बढ़ोतरी हो सकती है। ITC ने लागत में बढ़ोतरी की वजह से मार्जिन में 0.35 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की है। हाल की तिमाहियों में शहरी ग्रोथ प्रभावित हुई है। ग्रामीण बाजारों ने शहरी बाजारों की तुलना में अपनी ग्रोथ की रफ्तार को कायम रखा है

Edited By: Moneycontrol Newsअपडेटेड Nov 03, 2024 पर 11:42 AM
महंगे होने वाले हैं चाय, बिस्किट, तेल, शैंपू जैसे रोजमर्रा के सामान! FMCG कंपनियां बढ़ा सकती हैं दाम
FMCG क्षेत्र की कुल बिक्री में शहरी खपत की हिस्सेदारी 65-68 प्रतिशत रहती है।

रोजमर्रा के इस्तेमाल का सामान बनाने वाली देश की प्रमुख FMCG कंपनियों के मार्जिन में जुलाई-सितंबर तिमाही में ऊंची उत्पादन लागत और फूड इनफ्लेशन की वजह से गिरावट आई है। इससे शहरी क्षेत्रों में खपत पर असर पड़ा है। FMCG (Fast Moving Consumer Goods) कंपनियों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले सामान जैसे पाम ऑयल, कॉफी और कोको के दाम बढ़ गए हैं। ऐसे में अब कुछ कंपनियों ने प्रोडक्ट्स की कीमतें बढ़ाने का संकेत दिया है।

हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (HUL), गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (GCPL), मैरिको, ITC और टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (TCPL) ने शहरी खपत में कमी पर चिंता जताई है। उद्योग विशेषज्ञों के अनुसार, FMCG क्षेत्र की कुल बिक्री में शहरी खपत की हिस्सेदारी 65-68 प्रतिशत रहती है। खास बात यह है कि ग्रामीण बाजारों ने शहरी बाजारों की तुलना में अपनी ग्रोथ की रफ्तार को कायम रखा है।

शॉर्ट टर्म झटका होने का अनुमान

GCPL के मैनेजिंग डायरेक्टर और CEO सुधीर सीतापति ने दूसरी तिमाही के नतीजों की घोषणा के मौके पर कहा, ‘‘हमें लगता है कि यह एक शॉर्ट टर्म झटका है और हम विवेकपूर्ण मूल्य वृद्धि और लागत को स्थिर करके मार्जिन को ठीक कर लेंगे।’’ सिंथोल, गोदरेज नंबर-वन, हिट जैसे प्रोडक्ट्स बेचने वाली GCPL ने भारत में तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव और उपभोक्ता मांग में कमी के बावजूद एक स्थिर तिमाही प्रदर्शन दर्ज किया।

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