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PM Kisan Yojana: छत्तीसगढ़ में अपात्र किसान डकार गए 35 करोड़ रुपये, नेता और अधिकारियों के नाम शामिल

PM Kisan Yojana: छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में पीएम किसान सम्मान निधि योजना के बारे में एक बड़ा घोटाला सामने आया है। यहां अपात्र किसानों के बीच 35 करोड़ रुपये बांट दिए गए हैं। फायदा उठाने वालों में जनप्रतिनिधि, शासकीय अधिकारी और कर्मचारी शामिल हैं। अब इनसे पैसों की वसूली करने में प्रशासन के हाथ-पाव फूल रहे हैं

Jitendra Singhअपडेटेड Aug 17, 2023 पर 5:51 PM
PM Kisan Yojana: छत्तीसगढ़ में अपात्र किसान डकार गए 35 करोड़ रुपये, नेता और अधिकारियों के नाम शामिल
PM Kisan Yojana: पीएम किसान सम्मान निधि के तहत किसानों को सालाना 6,000 रुपये मुहैया कराए जाते हैं

PM Kisan Yojana: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के धमतरी (Dhamtari) जिले में पीएम किसान सम्मान निधि योजना में बड़ी गड़बड़ी पकड़ी गई है। यहां जनप्रतिनिधि, शासकीय अधिकारी और कर्मचारियों के बीच पीएम किसान सम्मान निधि (PM Kisan Samman Nidhi ) की राशि जारी कर दी गई है। मामले का खुलासा होने के बाद अब इनसे वसूली की तैयारी की जा रही है। हैरानी की बात ये है कि ये रकम करोड़ों में है। जिसे वसूलने में प्रशासन का पसीना छूट रहा है। एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि 22,000 से ज्यादा अपात्र किसानों के बीच यह रकम बांटी गई है।

बता दें कि पीएम किसान सम्मान निधि के तहत देश के पात्र किसानों को सालाना 6,000 रुपये मुहैया कराए जाते हैं। ये पैसे किसानों को साल भर में तीन किश्तों में जारी किए जाते हैं। हर एक किश्त में 2,000 रुपये बांटे जाते हैं। हाल ही में पीएम किसान सम्मान निधि की 14वीं किश्त राजस्थान से जारी की गई थी।

पीएम किसान के 35 करोड़ रुपये अपात्र किसानों को जारी

पीएम सम्मान निधि योजना के तहत करीब 22,000 से ज्यादा अपात्र किसानों को फायदा पहुंचाया गया है। कहा जा रहा है कि सरकार की ओर से इन अपात्र किसानों को अकाउंट में 35 करोड़ रुपये जमा किए गए हैं। अ केन्द्र सरकार ने ऐसे अपात्र किसानों से राशि वसूली के लिए फरमान सुना दिया है। ऐसे में अपात्र किसानों से वसूली में कृषि विभाग के अधिकारियों के हाथ-पांव फूलने लगे हैं। कहा जा रहा है कि अपात्र किसानों को नोटिस जारी किया जा चुका है। लेकिन अभी तक बहुत कम अपात्र किसान हैं, जिन्होंने पैसे जमा किए हैं। बार-बार नोटिस जमा करने के बाद भी अपात्र किसान पैसे वापस नहीं कर रहे हैं।

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