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जल्द रिटायरमेंट के लिए FIRE स्ट्रेटेजी का कर सकते हैं इस्तेमाल, जानिए क्या है यह स्ट्रेटेजी

FIRE का ट्रेंड तेजी से बढ़ रहा है। यह तय समय से पहले रिटायरमेंट लेने में काफी मददगार है। हालांकि, इस पर अमल जितना जल्द हो सके उतना जल्द शुरू कर देना फायदेमंद है। इससे सेविंग्स और निवेश के लिए काफी समय मिल जाता है। इससे आपके सेविंग्स और निवेश पर मार्केट के उतारचढ़ाव का भी ज्यादा असर नहीं पड़ता है

MoneyControl Newsअपडेटेड Nov 20, 2024 पर 5:04 PM
जल्द रिटायरमेंट के लिए FIRE स्ट्रेटेजी का कर सकते हैं इस्तेमाल, जानिए क्या है यह स्ट्रेटेजी
FIRE का बुनियादी सिद्धांत ज्यादा सेविंग्स और ज्यादा इनवेस्टमेंट पर आधारित है।

इंडिया में आम तौर पर लोग 60-65 साल की उम्र में रिटायर करते हैं। इससे रिटायरमेंट बाद के खर्च के लिए सेविंग्स और निवेश करने के लिए पर्याप्त समय मिल जाता है। लेकिन, पिछले कुछ समय से एक नया ट्रेंड बढ़ रहा है, जिसे फायर कहा जाता है। फायर का मतलब फाइनेंशियल इंडिपेंडेंस, रिटायर अर्ली है। इसमें व्यक्ति रिटायरमेंट के लिए 60 साल की उम्र का इंतजार नहीं करता है। वह तय समय से काफी पहले रिटायरमेंट ले लेता है। हालांकि, यह थोड़ा मुश्किल लगात है। लेकिन, सही प्लानिंग से जल्द रिटायरमेंट मुमकिन है।

फायर स्ट्रेटेजी का मतलब

FIRE का बुनियादी सिद्धांत ज्यादा सेविंग्स और ज्यादा इनवेस्टमेंट पर आधारित है। इसमें आम तौर पर व्यक्ति को अपनी इनकम का 50-70 फीसदी सेविंग्स और इनवेस्टमेंट के लिए इस्तेमाल करना पड़ता है। मार्केट में जब उतारचढ़ाव हो तो बड़े अमाउंट को निवेश करने में दिक्कत आ सकती है। इसके अलावा मार्केट में उतारचढ़ाव का असर आपके इनवेस्टमेंट पोर्टफोलियो पर भी पड़ता है। इसे हम एक उदाहरण की मदद से समझ सकते हैं। विशाल एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं, जिन्होंने FIRE को अपना टारगेट बनाया है।

विशाल की उम्र 40 साल है। वह पिछले एक दशक में 50 लाख रुपये इनवेस्ट कर चुके हैं। उनका मकसद 50 साल की उम्र में रिटायर करना है। तब तक उन्होंने एक करोड़ रुपये का पोर्टफोलियो तैयार करने का टारगेट रखा है। लेकिन, मार्केट में अचानक गिरावट आने की वजह से उनके पोर्टफोलियो की वैल्यू घटकर 35 लाख रुपये रह गई है। इसका असर 1 करोड़ रुपये के पोर्टफोलियो के उनके टारगेट पर पड़ सकता है। इसलिए फायर में निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना जरूरी है।

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