Get App

घर में कितनी रख सकते हैं गोल्ड ज्वैलरी? ताकि न पड़े इनकम टैक्स की नजर, ये हैं नियम

भारत में गोल्ड निवेश से ज्यादा पहनने के लिए खरीदा जाता है। देश में ज्यादातर लोग गोल्ड ज्वैलरी शादियों में देने, घर में रखने और पहनने के लिए लेते हैं। ये निवेश से ज्यादा भविष्य की सुरक्षा के तौर पर अधिक खरीदा जाता है। हालांकि, पिछले कुछ सालों में गोल्ड में निवेश के कई विकल्प आ गए हैं

MoneyControl Newsअपडेटेड Mar 03, 2024 पर 7:15 AM
घर में कितनी रख सकते हैं गोल्ड ज्वैलरी? ताकि न पड़े इनकम टैक्स की नजर, ये हैं नियम
क्या आपको पता है कि आप घर में कितना सोना रख सकते हैं?

भारत में गोल्ड निवेश से ज्यादा पहनने के लिए खरीदा जाता है। देश में ज्यादातर लोग गोल्ड ज्वैलरी शादियों में देने, घर में रखने और पहनने के लिए लेते हैं। ये निवेश से ज्यादा भविष्य की सुरक्षा के तौर पर अधिक खरीदा जाता है। हालांकि, पिछले कुछ सालों में गोल्ड में निवेश के कई विकल्प आ गए हैं। इनमें गोल्ड ईटीएफ (Gold ETF), सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड, म्यूचुअल फंड के गोल्ड फंड शामिल हैं। इसके बावजूद गोल्ड की फिजिकल (Physical Gold) की वैल्यू कम नहीं हुई है। लोग कई बार गोल्ड ज्वैलरी खरीदकर घर में रखते हैं। क्या आपको पता है कि आप घर में कितना सोना रख सकते हैं?

CBDT के क्या निर्देश हैं?

इनकम टैक्स के छापों में गोल्ड ज्वेलरी या दूसरे रूप में सोना मिलता रहा है। इसकी वजह है कि देश में घरों में सोना रखने की पुरानी परंपरा रही है। इसलिए सोने की ज्वैलरी या दूसरे रूप को लेकर संदेह करना ठीक नहीं होता है। इसी बात को ध्यान में रख सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेज (CBDT) ने 1994 में एक निर्देश जारी किया था। CBDT का यह निर्देश इनकम टैक्स अधिकारियों के लिए था। इसमें कहा गया था कि छापों के दौरान एक खास मात्रा तक गोल्ड ज्लैवरी या दूसरे रूप में सोने को जब्त नहीं किया जाए। इसके लिए परिवार के सदस्यों के लिए मात्रा की अलग-अलग लिमिट तय की गई थी।

सीबीडीटी के निर्देश में कितनी है लिमिट?

सब समाचार

+ और भी पढ़ें