Get App

RBI Monetary Policy : महंगाई सबसे बड़ा चैलेंज, FY23 में 6.7% रह सकता रिटेल इनफ्लेशन

RBI के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि RBI के अनुमान इस बात पर आधारित हैं कि इस बार मानसून सामान्य रहेगा। यह भी माना गया है कि इस फाइनेंशियल ईयर में क्रूड ऑयल का औसत भाव 105 डॉलर प्रति बैरल रहेगा

MoneyControl Newsअपडेटेड Jun 08, 2022 पर 12:03 PM
RBI Monetary Policy : महंगाई सबसे बड़ा चैलेंज, FY23 में 6.7% रह सकता रिटेल इनफ्लेशन
आरबीआई गर्वनर का कहना है कि महंगाई की स्थिति अनुमान से भी ज्यादा है। FY23 के Q1 में रिटेल महंगाई 7.5 फीसदी रह सकती है।

RBI ने बुधवार सुबह अपनी Monetary Policy पेश कर दी। आरबीआई ने रेपो रेट में 0.50 फीसदी बढ़ोतरी की है। यह 4.40 फीसदी से बढ़कर 4.90 फीसदी हो गया है। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने सुबह 10 बजे Monetary Policy Committee के फैसलों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने फाइनेंशियल ईयर 2022-23 के लिए इनफ्लेशन के अनुमान के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि करेंट फाइनेंशियल ईयर में रिटेल इनफ्लेशन 6.7 फीसदी रहने का अनुमान है।

दास ने कहा कि कमोडिटी के भाव बढ़ने से पूरी दुनिया में महंगाई बढ़ रही है। भारत भी इसका अपवाद नहीं है। उन्होंने कहा कि पिछले लगातार 4 महीनों से रिटेल इनफ्लेशन RBI के तय 6 फीसदी के टारगेट से ऊपर बना हुआ है। कमोडिटी की कीमतों में वृद्धि इसकी सबसे बड़ी वजह है।

यह भी पढ़ें : EMI बढ़ जाएगी आपकी, लगातार दूसरे महीने इंटरेस्ट रेट बढ़ने का असर

उन्होंने कहा कि महंगाई का जोखिम अब भी बना हुआ है। करेंट फाइनेंशिल ईयर यानी  FY 2022-23 में रिटेल इनफ्लेशन 6.7 फीसदी रहने का अनुमान है। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में रिटेल महंगाई 7.5 फीसदी रह सकती है। दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में रिटेल महंगाई 7.4 फीसदी रह सकती है।  Q3 में रिटेल महंगाई का अनुमान 6.2 फीसदी है, जबकि Q4 में रिटेल महंगाई का अनुमान 5.8 फीसदी है।

सब समाचार

+ और भी पढ़ें