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2025 में म्यूचुअल फंड निवेश की डिमांड बढ़ी, जानिए क्यों MF की तरफ बढ़ा निवेशकों का झुकाव

चुनौतियों के बावजूद, यह उद्योग उन निवेशकों के लिए तमाम अच्छे मौके लेकर आएगा जो विकास के ओर लेकर जाएंगे। जैसे-जैसे म्यूचुअल फंड बढ़ते जा रहे हैं, अस्थिरता से बचने के लिए विविधता और प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए

MoneyControl Newsअपडेटेड Jan 29, 2025 पर 5:57 PM
2025 में म्यूचुअल फंड निवेश की डिमांड बढ़ी, जानिए क्यों MF की तरफ बढ़ा निवेशकों का झुकाव
दुनिया भर में बढ़ती अस्थिरता आने वाले समय में बाजार और निवेशकों के लिए कई बदलाव लाएगी

भारत की म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री ने हमेशा अपने आप को बदलते वक्त और परिस्थितियों के मुताबिक ढाला है। यह देश के आर्थिक विकास का एक अहम हिस्सा रही है। पिछले एक दशक में, इस इंडस्ट्री में टेक्नोलॉजी और ग्राहकों की बदलती जरूरतों की वजह से बड़े बदलाव आए हैं। 2024 में म्यूचुअल फंड्स का कुल एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) ₹66.93 लाख करोड़ तक पहुंचा, जो 2014 के ₹10.51 लाख करोड़ से छह गुना बढ़ा है। 2024 में 9.8 मिलियन नए निवेशकों के जुड़ने के साथ, यह सेक्टर आने वाले कुछ सालों में ₹100 लाख करोड़ AUM को पार करने की दिशा में बढ़ रहा है।

साल 2025 में म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री का मंजर तेजी से बदलने वाला है। आइए जानें वे कौन से बड़े ट्रेंड्स हैं जो आने वाले समय में म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री को आकार देंगे।

डिजिटल इन्वेस्टमेंट का दौर

म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री में टेक्नोलॉजी ने सबसे बड़ा बदलाव किया है। 2025 में डिजिटल प्लेटफॉर्म्स की मदद से टियर 2 और टियर 3 शहरों में म्यूचुअल फंड में निवेश और भी आसान हो जाएगा। इन छोटे शहरों और कस्बों में फिनटेक प्लेटफॉर्म्स की लोकप्रियता तेजी से बढ़ रही है। युवा निवेशक, खासतौर पर 25-35 साल की उम्र के लोग, पारदर्शी, कम लागत वाले और गोल ओरिएंटेड निवेश को प्राथमिकता दे रहे हैं। युवा वर्ग म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री की तरक्की में अहम भूमिका निभा रहा है।

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