भारत की म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री ने हमेशा अपने आप को बदलते वक्त और परिस्थितियों के मुताबिक ढाला है। यह देश के आर्थिक विकास का एक अहम हिस्सा रही है। पिछले एक दशक में, इस इंडस्ट्री में टेक्नोलॉजी और ग्राहकों की बदलती जरूरतों की वजह से बड़े बदलाव आए हैं। 2024 में म्यूचुअल फंड्स का कुल एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) ₹66.93 लाख करोड़ तक पहुंचा, जो 2014 के ₹10.51 लाख करोड़ से छह गुना बढ़ा है। 2024 में 9.8 मिलियन नए निवेशकों के जुड़ने के साथ, यह सेक्टर आने वाले कुछ सालों में ₹100 लाख करोड़ AUM को पार करने की दिशा में बढ़ रहा है।
