Get App

अगले 2-3 महीने निवेश के लिए रहेगा सुनहरा मौका, रेलवे और डिफेंस शेयरों में जोरदार बाउंस बैक की उम्मीद -अमीषा वोरा

अमीषा वोरा ने कहा कि भारत की सेंट्रल गवर्नमेंट का बैलेंसशीट हो या फिर बैंकों और दूसरे सेक्टरों के कपनियों की बैलेंस शीट हो ये सभी काफी मजबूत हैं। लेकिन अर्निंग्स, मैक्रो इकोनॉमी और विदेशी संस्थागत निवेशकों की बिकवाली के चलते बाजार में काफी करेक्शन आ चुका है। ऐसे में अगले 2-3 महीनों में निवेशकों के लिए निवेश का सुनहरा मौका होगा

Edited By: Sudhanshu Dubeyअपडेटेड Mar 07, 2025 पर 2:41 PM
अगले 2-3 महीने निवेश के लिए रहेगा सुनहरा मौका, रेलवे और डिफेंस शेयरों में जोरदार बाउंस बैक की उम्मीद -अमीषा वोरा
आरबीआई सिस्टम में लिक्विडिटी बढ़ाने के लिए जो उपाय कर रहा है उससे बैंकों और एनबीएफसी को फायदा होगा। ऐसे में चुनिंदा बैंकिंग और एनबीएफसी शेयरों में भी अमीषा को निवेश के मौके दिख रहे हैं

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (Women’s Day) के खास मौके पर मार्केट आउटलुक पर खास चर्चा करते हुए प्रभुदास लीलाधर कैपिटल (PL Capital) की चेयरपर्सन और मैनेजिंग डायरेक्टर अमीषा वोरा ने सभी को महिला दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि टैरिफ वॉर से बाजार में उतार-चढ़ाव बढ़ेगा। लेकिन भारतीय इकोनॉमी की बैलेंस शीट काफी मजबूत है। इस करेक्शन में 2-3 महीने निवेश के लिए सुनहरे मौके रहेंगे। मौजूदा करेक्शन में अच्छे शेयर बाउंसबैक करेंगे। क्वालिटी लार्जकैप और मिडकैप अच्छा कर सकते हैं।

अमीषा वोरा ने आगे कहा कि भारत की सेंट्रल गवर्नमेंट का बैलेंसशीट हो या फिर बैंकों और दूसरे सेक्टरों के कपनियों की बैलेंस शीट हो ये सभी काफी मजबूत हैं। लेकिन अर्निंग्स, मैक्रो इकोनॉमी और विदेशी संस्थागत निवेशकों की बिकवाली के चलते बाजार में काफी करेक्शन आ चुका है। ऐसे में अगले 2-3 महीनों में निवेशकों के लिए निवेश का सुनहरा मौका होगा। शॉर्ट टर्म की उठापटक के बावजूद भारत का मीडियम से लॉन्ग टर्म आउटलुक काफी मजबूत है।

अमीषा का यह भी मानना है कि टैरिफ वॉर के चलते डॉलर बहुत मजबूत नहीं रह सकता है। अब तक डॉलर काफी मजबूत हो चुका है। अब इसमें और मजबूती की संभावना नहीं है। इसके अलावा इस टैरिफ वॉर में चाइना के मुकाबले हमें कई सेक्टरों में कम से कम 10-20 फीसदी की सेफ्टी मिलेगी। इस करेक्शन में हमें अच्छी क्वालिटी के लॉर्ज कैप, मिडकैप और अच्छे अर्निंग ग्रोथ की संभावना वाले शेयरों पर नजर रखनी चाहिए। बाजार में मौजूदा करेक्शन के दौर के बाद अच्छे शेयर बाउंसबैक करेंगे। लेकिन कमजोर फंडामेंटल वाले वो शेयर जो तेजी से भागे थे वे अब अपना पुराना वैल्यूएशन कभी हासिल नहीं कर पाएंगे।

सब समाचार

+ और भी पढ़ें