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सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की इन 30 सीरीज में समय से पहले निकाल सकेंगे पैसा, जानें इसमें आपको फायदा होगा या घाटा?

Sovereign Gold Bonds: अगर आपने सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड्स (SGB) में निवेश किया है, तो आपके लिए यह खबर अहम है! अगले 6 महीनों (अक्टूबर 2024 से मार्च 2025 तक) तक कम से 30 सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड्स स्कीमें प्रीमेच्योर रिडेम्प्शन के लिए योग्य हो जाएंगी। इन बॉन्ड्स ने 5, 6 और 7 साल की अवधि पूरी कर ली है, और अब आप इन्हें आरबीआई की प्रीमेच्योर एग्जिट विंडो के जरिए कैश करा सकते हैं

Moneycontrol Newsअपडेटेड Aug 31, 2024 पर 9:23 PM
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की इन 30 सीरीज में समय से पहले निकाल सकेंगे पैसा, जानें इसमें आपको फायदा होगा या घाटा?
Sovereign Gold Bonds: 2015 से लेकर अब तक, आरबीआई ने SGB की 67 किस्तें लॉन्च की हैं

Sovereign Gold Bonds: अगर आपने सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड्स (SGB) में निवेश किया है, तो आपके लिए यह खबर अहम है! अगले 6 महीनों (अक्टूबर 2024 से मार्च 2025 तक) कम से कम 30 सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड्स स्कीमें प्रीमेच्योर रिडेम्प्शन के लिए योग्य हो जाएंगी। प्रीमेच्योर रिडेम्प्शन का मतबल होता है समय से पहले से निकासी। यानी अगर आप इन स्कीमों से अपने निवेश को समय से पहले ही निकालना चाहते हैं, तो अब आप ऐसा कर सकते हैं। इन बॉन्ड्स ने 5, 6 और 7 साल की अवधि पूरी कर ली है, और अब आप इन्हें आरबीआई की प्रीमेच्योर एग्जिट विंडो के जरिए कैश करा सकते हैं। लेकिन सवाल यह है कि क्या आपको इन्हें बेच देना चाहिए या होल्ड करना चाहिए?

प्रीमेच्योर रिडेम्प्शन में है टैक्स छूट!

अगर आप आरबीआई की प्रीमेच्योर एग्जिट विंडो का इस्तेमाल करके अपने SGBs को सरेंडर करते हैं, तो आपके कैपिटल गेन पर कोई टैक्स नहीं लगेगा। लेकिन अगर आप इन बॉन्ड्स को स्टॉक एक्सचेंज पर बेचते हैं, तो आप कैपिटल गेन टैक्स के दायरे में आएंगे। इसलिए सही समय पर बॉन्ड्स को सरेंडर करना आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।

RBI हर छह महीने में यह सूची जारी करता है, जिसमें बताया जाता है कि कौन से सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड्स (SGB) प्रीमेच्योर रिडेम्प्शन के लिए योग्य हो गए हैं। अगले छह महीनों में, 30 सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड्स की सीरीज प्रीमेच्योर रिडेम्प्शन के लिए तैयार होंगी।

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