बद्रीनाथ धाम को भगवान नारायण का तपोस्थली माना जाता है और ये उत्तराखंड के चार धाम में से एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है। ये मंदिर न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि ये रहस्यों से भी भरा हुआ है। इनमें से एक रहस्य है यहां पूजा के दौरान शंख न बजाने की परंपरा। हालांकि भगवान विष्णु की प्रिय वस्तुओं में शंख का नाम आता है, फिर भी इस पवित्र स्थान पर शंख बजाना मना है। ये एक दिलचस्प और अनोखी परंपरा है, जिसके पीछे कई पौराणिक और वैज्ञानिक कारण जुड़े हुए हैं।